कोरोनावायरस के झटके लगना शुरू, देश में बिजली की मांग घटी
कोरोनावायरस की वजह से देश के तमाम हिस्सों में बंदी जैसे हालात हैं जिसका असर आर्थिक गतिविधियों पर पड़ना शुरू हो गया है. केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के नए आंकड़े बताते हैं कि देश में बिजली उत्पादन और उसकी मांग एक बार फिर घट रही है.
कोरोनावायरस की वजह से देशभर में बड़े पैमाने पर बंदी की गई है जिसकी वजह से बिजली के उत्पादन और मांग में कमी आ रही है. केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के नए आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल 16 मार्च तक देशभर में 3,417 मेगा यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ था लेकिन इस साल 16 मार्च तक उत्पादन घटकर 3,309 मेगा यूनिट रह गया है.
कोरोनावायरस के प्रकोप के चलते देश के ज्यादातर शहरों में स्कूल, कॉलेज, शॉपिंग मॉल, थियेटर, जिम, स्वीमिंग पूल्स और सिनेमाघर बंद हैं. दिल्ली में सभी शॉपिंग मॉल बंद कर दिए गए हैं जबकि कर्नाटक में कलबुर्गी शहर और महाराष्ट्र में चार शहर में लाकडाउन कर दिया गया है. इन हालात में आर्थिक गतिविधियां धीमी पड़ गई हैं और बिजली की मांग में कमी आ रही है. वीडियो देखिए देश में बिजली के उत्पादन और मांग में उतार चढ़ाव पिछले कुछ वक़्त से देखने को मिल रहा है. सरकारी आकड़ों के मुताबिक़ पिछले साल अक्टूबर से नवंबर के बीच बिजली की मांग में 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। अक्टूबर 2019 में बिजली की मांग 1 लाख 79 हज़ार 159 मेगा वॉट थी जो नवंबर में गिरकर 1 लाख 56 हज़ार 113 मेगा वॉट रह गयी। इस साल जनवरी और फरवरी में बिजली की मांग में 10.8 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई थी लेकिन आंकड़े फिर उलट गए हैं. इस साल 16 फरवरी को 3,439 मेगा यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ था जो 16 मार्च 2020 को घटकर 3,309 मेगा यूनिट रह गया है. माना जा रहा है कि वित्तीय वर्ष 2020 में बिजली के उत्पादन और खपत की रफ़्तार और धीमी हो सकती है।
कोरोनावायरस की वजह से देशभर में बड़े पैमाने पर बंदी की गई है जिसकी वजह से बिजली के उत्पादन और मांग में कमी आ रही है. केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण के नए आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल 16 मार्च तक देशभर में 3,417 मेगा यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ था लेकिन इस साल 16 मार्च तक उत्पादन घटकर 3,309 मेगा यूनिट रह गया है.
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