भारत में सबसे ज़्यादा होता है सल्फर डाईऑक्साइड का उत्सर्जन: ग्रीनपीस
वायुमंडल में सल्फर डाईऑक्साइड का स्रोत फैक्ट्रियों में जलने वाले कोयले से होता है। पर्यावरण के लिए काम करने वाली गैर-सरकारी संस्था ग्रीनपीस ने नासा के उपग्रह की मदद से देश के 20 पावर प्लांट वाले शहरों की रिसर्च कर यह रिपोर्ट तैयार की है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक सल्फ़र डाइऑक्साइड के उत्सर्जन के मामले में भारत सबसे ऊपर है। भारत हर साल 4,586 किलोटन सल्फ़र डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करता है। दूसरे नम्बर पर रूस है, जो हर साल 3,683 किलोटन सल्फ़र डाइऑक्साइड का उत्सर्जन करता है। चीन 2,578 किलोटन के साथ तीसरे नम्बर पर है।
भारत में जो पावर प्लांट सबसे ज़्यादा प्रदूषण फैला रहे हैं, उनमें सिंगरौली-मध्यप्रदेश, नेवेली-तमिलनाडु, तलचर-ओडिशा, झारसुगुड़ा-ओडिशा, कोरबा-छत्तीसगढ़, कच्छ-गुजरात, चेन्नई-तमिलनाडु, विशाखापट्टनम-आंध्र प्रदेश, रामगुंडम-तमिलनाडु, चंद्रपुर-महाराष्ट्र, राजगढ़-छत्तीसगढ़, मुंद्रा-गुजरात, कोरडी-महाराष्ट्र, कोठागुदेम-तेलंगाना, चंद्रपुरा-झारखंड, तूतीकोरिन-तमिलनाडु, दुर्गापुर-प.बंगाल, बेल्लारी-कर्नाटक, हजीरा-गुजरात, कोटा-राजस्थान शामिल हैं। इस रिपोर्ट से साफ है कि, इस अध्ययन के मुताबिक वायु प्रदूषण का संबंध सीधा लोगों के स्वास्थ्य से है। दुनिया की 91 फीसदी आबादी उन इलाकों में रहती है, जहां वायु प्रदूषण विश्व स्वास्थ संगठन यानी डब्ल्यूएचओ की तय सीमा को पार कर चुका है। दुनियाभर में हर साल 40 लाख से अधिक लोगों की मौत वायु प्रदूषण की वजह से होने वाली बीमारियों से हो जाती है।
भारत में जो पावर प्लांट सबसे ज़्यादा प्रदूषण फैला रहे हैं, उनमें सिंगरौली-मध्यप्रदेश, नेवेली-तमिलनाडु, तलचर-ओडिशा, झारसुगुड़ा-ओडिशा, कोरबा-छत्तीसगढ़, कच्छ-गुजरात, चेन्नई-तमिलनाडु, विशाखापट्टनम-आंध्र प्रदेश, रामगुंडम-तमिलनाडु, चंद्रपुर-महाराष्ट्र, राजगढ़-छत्तीसगढ़, मुंद्रा-गुजरात, कोरडी-महाराष्ट्र, कोठागुदेम-तेलंगाना, चंद्रपुरा-झारखंड, तूतीकोरिन-तमिलनाडु, दुर्गापुर-प.बंगाल, बेल्लारी-कर्नाटक, हजीरा-गुजरात, कोटा-राजस्थान शामिल हैं। इस रिपोर्ट से साफ है कि, इस अध्ययन के मुताबिक वायु प्रदूषण का संबंध सीधा लोगों के स्वास्थ्य से है। दुनिया की 91 फीसदी आबादी उन इलाकों में रहती है, जहां वायु प्रदूषण विश्व स्वास्थ संगठन यानी डब्ल्यूएचओ की तय सीमा को पार कर चुका है। दुनियाभर में हर साल 40 लाख से अधिक लोगों की मौत वायु प्रदूषण की वजह से होने वाली बीमारियों से हो जाती है।
Latest Videos