देश में 130 ज़िले रेड ज़ोन में जबकि 319 ग्रीन ज़ोन में विभाजित
देशभर में कोरोना वायरस के मामले 35 हज़ार को पार कर गए हैं। इनमें अबतक 1,147 लोगों की मौत हो चुकी है और 8,888 लोग पूरी तौर पर ठीक हुए हैं।
वहीं लॉकडाउन की अवधि 3 मई को ख़त्म हो रही है। इसको देखते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के 733 ज़िलों को तीन ज़ोन में विभाजित किया है। इनमें 130 ज़िले रेड ज़ोन में रखे गए हैं, 284 ज़िले ऑरेन्ज ज़ोन में और 319 ज़िले ग्रीन ज़ोन की श्रेणी में है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के मामले, डब्लिंग रेट, टेस्टिंग और सर्विलियांस फीडबैक के आधार पर ज़िलों को तीन ज़ोन में विभाजित किया है। इनमें सबसे ज़्यादा महाराष्ट्र के 36 ज़िलों में 14 ज़िले रेड ज़ोन की श्रेणी में रखे गए हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 19 ज़िले, तमिलनाडु में 12, दिल्ली के सभी 11 ज़िले, पश्चिम बंगाल में 10, गुजरात में नौ, राजस्थान में आठ, तेलंगाना में छह और आन्ध्र प्रदेश में पांच ज़िले रेड ज़ोन में हैं। सबसे ज़्यादा उत्तर प्रदेश के 36 ज़िले ऑरेन्ज ज़ोन में हैं। इसके अलावा तमिलनाडु 24, बिहार में 20, गुजरात में 19, मध्य प्रदेश में 19, राजस्थान में 19, हरियाणा में 18, तेलंगाना में 18, महाराष्ट्र में 16, पंजाब में 15 और कर्नाटक में 13 ज़िले ऑरेन्ज ज़ोन में हैं। नए वर्गीकरण के आधार पर अब ग्रीन ज़ोन में वो ज़िले शामिल किए गए हैं जहां अब 28 दिनों के बजाए 21 दिनों से एक भी मामले सामने नहीं आए हैं। देश में ग्रीन ज़ोन ज़िले की बात करें तो सबसे ज़्यादा असम के 33 ज़िलों में 30 ग्रीन ज़ोन में है। इसके अलावा अरूणाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 25-25, मध्य प्रदेश में 24, ओड़िशा में 21 और उत्तर प्रदेश में 20 ज़िले ग्रीन ज़ोन ज़िले की श्रेणी में हैं। वहीं मणिपुर में 16, कर्नाटक और झारखंड में 14-14 ज़िले ग्रीन ज़ोन में हैं। जबकि तमिलनाडु के 38 ज़िलों में केवल एक ज़िले ग्रीन ज़ोन की श्रेणी में रखे गए हैं।
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स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना के मामले, डब्लिंग रेट, टेस्टिंग और सर्विलियांस फीडबैक के आधार पर ज़िलों को तीन ज़ोन में विभाजित किया है। इनमें सबसे ज़्यादा महाराष्ट्र के 36 ज़िलों में 14 ज़िले रेड ज़ोन की श्रेणी में रखे गए हैं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में 19 ज़िले, तमिलनाडु में 12, दिल्ली के सभी 11 ज़िले, पश्चिम बंगाल में 10, गुजरात में नौ, राजस्थान में आठ, तेलंगाना में छह और आन्ध्र प्रदेश में पांच ज़िले रेड ज़ोन में हैं। सबसे ज़्यादा उत्तर प्रदेश के 36 ज़िले ऑरेन्ज ज़ोन में हैं। इसके अलावा तमिलनाडु 24, बिहार में 20, गुजरात में 19, मध्य प्रदेश में 19, राजस्थान में 19, हरियाणा में 18, तेलंगाना में 18, महाराष्ट्र में 16, पंजाब में 15 और कर्नाटक में 13 ज़िले ऑरेन्ज ज़ोन में हैं। नए वर्गीकरण के आधार पर अब ग्रीन ज़ोन में वो ज़िले शामिल किए गए हैं जहां अब 28 दिनों के बजाए 21 दिनों से एक भी मामले सामने नहीं आए हैं। देश में ग्रीन ज़ोन ज़िले की बात करें तो सबसे ज़्यादा असम के 33 ज़िलों में 30 ग्रीन ज़ोन में है। इसके अलावा अरूणाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ में 25-25, मध्य प्रदेश में 24, ओड़िशा में 21 और उत्तर प्रदेश में 20 ज़िले ग्रीन ज़ोन ज़िले की श्रेणी में हैं। वहीं मणिपुर में 16, कर्नाटक और झारखंड में 14-14 ज़िले ग्रीन ज़ोन में हैं। जबकि तमिलनाडु के 38 ज़िलों में केवल एक ज़िले ग्रीन ज़ोन की श्रेणी में रखे गए हैं।
Union Health Secry Preeti Sudan writes to Chief Secys of all states/UTs, designating dists across all states/UTs as Red, Orange & Green Zones.
— ANI (@ANI) May 1, 2020
Since recovery rates have gone up, distritcs are now being designated across various zones duly broad-basing the criteria: Preeti Sudan pic.twitter.com/WjVZPJXl5q
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