2019 का मॉनसून: 1900 मारे गए और 25 लाख विस्थापित, 14.14 लाख हेक्टेयर की फ़सल तबाह

by Shahnawaz Malik 4 years ago Views 1362

2019 monsoon: 1900 killed and 25 lakh displaced, 1
साल 2019 के मॉनसून ने बड़े पैमाने पर जानमाल की तबाही मचाई है. देश के 22 राज्यों में बारिश, बाढ़ और लैंडस्लाइड की चपेट में आने से इस साल 1,874 लोग मारे गए जबकि 46 लापता हो गए. बारिश और बाढ़ की वजह से इस साल 1.09 लाख घर पूरी तरह तबाह हो गए जबकि 2.05 लाख घर टूट गए हैं. इसके अलावा 14.14 लाख हेक्टेयर की फ़सल बर्बाद हुई है. इस साल मॉनसून से प्रभावित लोगों की तादाद 25 लाख के ऊपर है.

बारिश और बाढ़ से जुड़े ये आंकड़े गृह मंत्रालय ने जारी किए हैं. इसके मुताबिक इस साल मॉनसून ने देश के 357 ज़िलों में तबाही मचाई. तक़रीबन 1900 लोगों की मौतों के अलावा 20 हज़ार जानवर भी मारे गए.


इस साल सबसे ज़्यादा 382 मौतें महाराष्ट्र में दर्ज हुईं जहां मॉनसून 22 ज़िलों में बेहद सक्रिय रहा. यहां 305 राहत शिविरों में 7 लाख 19 हज़ार विस्थापितों को शरण लेनी पड़ी.

पश्चिम बंगाल में 22 ज़िले बाढ़ग्रस्त हुए जहां 227 लोग मारे गए. यहां 43,433 विस्थापितों के लिए 280 राहत शिविर बनाए गए.

मध्यप्रदेश के बाढ़ग्रस्त 38 ज़िलों में 182 लोग मारे गए. यहां 32,966 विस्थापितों के लिए 98 राहत शिविरों बनाए गए.

केरल में 13 ज़िलों में 181 लोग मारे गए और 15 लापता हैं. यहां 4.6 लाख लोग प्रभावितों के लिए 2,227 राहत शिविर बनाए गए.

गुजरात के बाढ़ग्रस्त 22 ज़िलों में 169 लोग मारे गए. यहां 17,783 विस्थापितों ने 102 राहत शिविरों में शरण ली.

बिहार में बाढ़ग्रस्त 27 ज़िलों में 161 लोगों की मौत हुई. यहां 1.26 लाख विस्थापितों के लिए 235 राहत शिविर बनाए गए

कर्नाटक में 13 बाढ़ग्रस्त ज़िलों में 106 लोग मारे गए. यहां 2.48 लाख विस्थापितों के लिए 3,233 राहत शिविर बनाए गए.

असम के बाढ़ग्रस्त 32 ज़िलों में 97 लोगों की मौत हुई. यहां विस्थापितों की संख्या 5.3 लाख है जिनके लिए 1,357 राहत शिविर बनाए गए.

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक इस साल का मॉनसून सीज़न 30 सितंबर को आधिकारिक तौर पर ख़त्म हो गया है लेकिन कई हिस्सों में यह अभी भी सक्रिय है. मौसम विभाग के मुताबिक इस बार देश में 1994 के बाद सबसे ज़्यादा बारिश हुई.

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