मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल विस्तार: 28 नए मंत्रियों ने ली शपथ, सिंधिया के 12 चहेतो को कैबिनेट में जगह
तक़रीबन तीन महीने के लम्बे इंतज़ार के बाद गुरुवार को मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो गया. गुरुवार को राजधानी भोपाल में प्रभारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 20 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्री समेत कुल 28 मंत्रियों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलवाई. इस मंत्रिमंडल विस्तार की ख़ास बात यह रही की इसमें कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए 12 मंत्रियों ने शपथ ली, जिनमें 11 मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया खेमे के हैं.
बताया जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान की इस कैबिनेट विस्तार में ज्यादा सुनी नहीं गई, शिवराज सिंह चाहते थे कि उनके करीबी सभी तीन पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह और राजेंद्र शुक्ला को कैबिनेट विस्तार में जगह दी जाये मगर ऐसा नहीं हुआ. बीजेपी आलाकमान ने सीएम शिवराज सिंह चौहान ने करीबी तीन मंत्रियों में से केवल एक पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह को ही जगह दी है. वहीं 11 सिंधिया समर्थकों को कैबिनेट में जगह मिलने के बाद बीजेपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया की अनदेखी की सभी अटकलों पर भी विराम लग गया. इन 11 मंत्रियों के कैबिनेट में शामिल होने के बाद अब ज्योतिरादित्य सिंधिया का मध्य प्रदेश के बीजेपी सरकार में दख़ल बढ़ने की पूरी संभावना है। वहीं मंत्रिमंडल के विस्तार के दौरान राजभवन में सीएम शिवराज सिंह चौहान के आलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी मौजूद थे. मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायक कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. जिसके बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी और तत्कालीन सीएम कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. बाद में, 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. मध्य प्रदेश में फ़िलहाल बीजेपी के नेतृत्व वाली की शिवराज सिंह चौहान की सरकार है, राज्य में अब 24 सीटों पर उपचुनाव होना है और यही 24 सीटों पर उपचुनाव के नतीजे ही शिवराज सिंह चौहान की सरकार का भविष्य तय करेंगे. मध्य प्रदेश की 230 सदस्यों वाली विधानसभा में फ़िलहाल बीजेपी के 107, कांग्रेस के 92, बीएसपी के 2, सपा का एक और चार निर्दलय विधायक हैं.
कांग्रेस से बीजेपी में शामिल होने वाले 22 विधायकों में से जिन 12 को शिवराज कैबिनेट में शामिल किया गया उनमें राजवर्धन सिंह, प्रदुम्न सिंह तोमर, इमरती देवी, महेंद्र सिसोदिया, प्रभुराम चौधरी, गिरिराज दंडोतिया, सुरेश धाकड, ओपी एस भदौरिया, ब्रिजेंद्र सिंह यादव, बिसाहू लाल सिंह, एंदल सिंह कंसाना और हरदीप सिंह डंग शामिल है. इसके आलावा आठ बार के बीजेपी विधायक गोपाल भार्गव, राज्य के पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह, यशोधरा राजे सिंधिया, विश्वास सारंग और विजय शाह के आलावा 11 और मंत्री शामिल है.Madhya Pradesh: Imarti Devi, Prabhuram Choudhary (pic 2), and Pradhuman Singh Tomar (pic 3) take oath as Cabinet Ministers at Raj Bhawan in Bhopal. pic.twitter.com/EeSSdELZJQ
— ANI (@ANI) July 2, 2020
3 महीने से रुके मध्य प्रदेश के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ. 20 कैबिनेट और 8 राज्यमंत्री समेत कुल 28 मंत्रियों ने राजधानी भोपाल में ली शपत. ज्योतिरादित्य सिंधिया खेले से 11 मंत्रियों को मिली कैबिनेट में जगह. @GoNews_India @GoNewsHindi @PankajPachauri @darainshahidi pic.twitter.com/FUcUFjUYau
— Ankush Choubey (@iankushchoubey) July 2, 2020
बताया जा रहा है कि शिवराज सिंह चौहान की इस कैबिनेट विस्तार में ज्यादा सुनी नहीं गई, शिवराज सिंह चाहते थे कि उनके करीबी सभी तीन पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह, रामपाल सिंह और राजेंद्र शुक्ला को कैबिनेट विस्तार में जगह दी जाये मगर ऐसा नहीं हुआ. बीजेपी आलाकमान ने सीएम शिवराज सिंह चौहान ने करीबी तीन मंत्रियों में से केवल एक पूर्व गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह को ही जगह दी है. वहीं 11 सिंधिया समर्थकों को कैबिनेट में जगह मिलने के बाद बीजेपी में ज्योतिरादित्य सिंधिया की अनदेखी की सभी अटकलों पर भी विराम लग गया. इन 11 मंत्रियों के कैबिनेट में शामिल होने के बाद अब ज्योतिरादित्य सिंधिया का मध्य प्रदेश के बीजेपी सरकार में दख़ल बढ़ने की पूरी संभावना है। वहीं मंत्रिमंडल के विस्तार के दौरान राजभवन में सीएम शिवराज सिंह चौहान के आलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद, राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत मध्य प्रदेश बीजेपी के अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा भी मौजूद थे. मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायक कांग्रेस छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए थे. जिसके बाद मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमलनाथ सरकार अल्पमत में आ गई थी और तत्कालीन सीएम कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. बाद में, 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने चौथी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. मध्य प्रदेश में फ़िलहाल बीजेपी के नेतृत्व वाली की शिवराज सिंह चौहान की सरकार है, राज्य में अब 24 सीटों पर उपचुनाव होना है और यही 24 सीटों पर उपचुनाव के नतीजे ही शिवराज सिंह चौहान की सरकार का भविष्य तय करेंगे. मध्य प्रदेश की 230 सदस्यों वाली विधानसभा में फ़िलहाल बीजेपी के 107, कांग्रेस के 92, बीएसपी के 2, सपा का एक और चार निर्दलय विधायक हैं.
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