जहरीली शराब पीने से पंजाब में 62 लोगों की मौत, महिला समेत 9 गिरफ्तार
जहरीली शराब पीने से पंजाब के 3 शहरों में अब तक 62 लोगों की मौत हो गई है, शनिवार को तरनतारन में 23 और लोगों की मौत होगई, जिसके बाद अब जिले में कुल मरने वालों का आंकड़ा 42 होगया है. इससे पहले तरनतारन जिले में शुक्रवार को 16, जबकि शनिवार को भी तीन लोगों की जान चली हुई थी, जबकि एक शख्स की आंखों की रोशनी चली गई थी. तरनतारन जिले आलावा अमृतसर में 11 और बटाला जिले में जहरीली शराब पीने से 9 लोगों की जान जा चुकी है.
पुलिस ने भी तेज़ी दिखाते हुए अवैध शराब बनाने के बाले9 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिसमे बलविंदर नाम की महिला भी शामिल है . इस जांच में जुटी 5 टीमों ने तीनों शहर के 40 जगहों पर छापे मारे हैं. इस मामले में एसआईटी भी बनाई गई है, जो सारे मामले की जांच करेगी.इन मौतों के बाद मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस को निर्देश दिया कि वह राज्य में चल रही किसी भी प्रकार की शराब बनाने वाली इकाइयों पर नकेल कसने के लिए तलाशी अभियान शुरू करे.इसके साथ ही थाना तरसिक्क के एसएचओ को सस्पेंड कर दिया गया है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए हैं.
ज़ाहिर है इस घटना पर राजनीती भी तेज़ हो गयी है। शिरोमणि अकाली दल ने संभागीय आयुक्त स्तर की जांच को खारिज कर दिया और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से न्यायिक जांच कराने की मांग की. आम आदमी पार्टी ने कहा कि मजिस्ट्रेटी जांच से काम नहीं चलेगा. पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि पार्टी मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करती है. पंजाब पुलिस के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि पहली पांच मौतें अमृतसर ग्रामीण के थाना तरसिक्क में मुच्छल और तंग्रा गांव में हुई थीं. उन्होंने कहा जो भी इस मामले में दोषी है, उनके बक्शा नहीं जाएगी.
I have ordered a magisterial enquiry into suspected spurious liquor deaths in Amritsar, Gurdaspur and Tarn Taran. Commissioner, Jalandhar Division will conduct the enquiry and coordinate with concerned SSPs and other officers. Anyone found guilty will not be spared.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) July 31, 2020
ज़ाहिर है इस घटना पर राजनीती भी तेज़ हो गयी है। शिरोमणि अकाली दल ने संभागीय आयुक्त स्तर की जांच को खारिज कर दिया और पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के मौजूदा न्यायाधीश से न्यायिक जांच कराने की मांग की. आम आदमी पार्टी ने कहा कि मजिस्ट्रेटी जांच से काम नहीं चलेगा. पार्टी के वरिष्ठ नेता और विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि पार्टी मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग करती है. पंजाब पुलिस के डीजीपी दिनकर गुप्ता ने कहा कि पहली पांच मौतें अमृतसर ग्रामीण के थाना तरसिक्क में मुच्छल और तंग्रा गांव में हुई थीं. उन्होंने कहा जो भी इस मामले में दोषी है, उनके बक्शा नहीं जाएगी.
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