दुनियाभर में 70 करोड़ कुपोषित बच्चे, 50 फीसदी भारत में: UNICEF Report
दुनियाभर में पांच साल से कम उम्र के 70 करोड़ बच्चे कुपोषण का शिकार है। जिसमें 50 फीसदी यानि 35 करोड़ अकेले भारत में है। गुरुवार को यूनिसेफ ने अपनी नई रिपोर्ट The State of the world’s children 2019 में ये जानकारी दी है। UNICEF की इस रिपोर्ट में भारत में कुपोषण जैसी गंभीर समस्या की तरफ़ इशारा किया गया है।
इस रिपोर्ट के अुनसार पांच साल से कम उम्र के हर तीन में से एक बच्चा कुपोषण या ज्यादा वजन का शिकार है।यूनिसेफ के अनुसार, कुपोषण से कम आयु के बच्चों के दिम़ागी विकास, याद करने में परेशानी, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता और संक्रमण जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है।
भारत में यूनिसेफ के अध्ययन के मुताबिक पांच साल तक के 35 फीसदी बच्चे अविकसित हैं। 17 फीसदी किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हैं और 33 फीसदी बच्चे सामान्य से कम वजन वाले हैं। और 2 फीसदी बच्चे सामान्य से ज्यादा वजन यानी मोटापे का शिकार हैं। जबकि 80 फीसदी 6 से 23 महीने तक के बच्चों को सही मात्रा में पोषणयुक्त खाना नहीं मिल पाता है। पांच साल की कम उम्र के 40.5 फीसदी बच्चे anaemia के शिकार हैं। UNICEF ने भारतीय महिलाओं के स्वास्थ्य पर भी चिंता ज़ाहिर की है। भारत में हर दूसरी महिला में खून की कमी देखी गई है.. साथ ही महिलाओं में खून की कमी की शिकायत बेहद कम उम्र से ही पनप रही है। वीडियो देखिये देश में स्कूली बच्चों के बीच High Blood Pressure, किडनी रोग और Diabetes जैसे रोग भी तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं. पांच साल से कम आयु के हर पांचवें बच्चे में विटामिन ए की कमी है, हर तीन में से एक बच्चे में विटामिन बी 12 की कमी है। रिपोर्ट में कम उम्र के बच्चों और माओं की Diet में फल, दूध और हरी सब्जियां सही मात्रा में ना ले पाने का भी ज़िक्र किया है। देश में 61 फीसदी शीशु और माँए हफ्ते में एक बार dairy products ले पाते है। वहीं 75 फीसदी शीशु और माँए सिर्फ हफ्ते में एक बार ही हरी सब्जियां ले पाते है।
भारत में यूनिसेफ के अध्ययन के मुताबिक पांच साल तक के 35 फीसदी बच्चे अविकसित हैं। 17 फीसदी किसी न किसी बीमारी से ग्रस्त हैं और 33 फीसदी बच्चे सामान्य से कम वजन वाले हैं। और 2 फीसदी बच्चे सामान्य से ज्यादा वजन यानी मोटापे का शिकार हैं। जबकि 80 फीसदी 6 से 23 महीने तक के बच्चों को सही मात्रा में पोषणयुक्त खाना नहीं मिल पाता है। पांच साल की कम उम्र के 40.5 फीसदी बच्चे anaemia के शिकार हैं। UNICEF ने भारतीय महिलाओं के स्वास्थ्य पर भी चिंता ज़ाहिर की है। भारत में हर दूसरी महिला में खून की कमी देखी गई है.. साथ ही महिलाओं में खून की कमी की शिकायत बेहद कम उम्र से ही पनप रही है। वीडियो देखिये देश में स्कूली बच्चों के बीच High Blood Pressure, किडनी रोग और Diabetes जैसे रोग भी तेज़ी से बढ़ते जा रहे हैं. पांच साल से कम आयु के हर पांचवें बच्चे में विटामिन ए की कमी है, हर तीन में से एक बच्चे में विटामिन बी 12 की कमी है। रिपोर्ट में कम उम्र के बच्चों और माओं की Diet में फल, दूध और हरी सब्जियां सही मात्रा में ना ले पाने का भी ज़िक्र किया है। देश में 61 फीसदी शीशु और माँए हफ्ते में एक बार dairy products ले पाते है। वहीं 75 फीसदी शीशु और माँए सिर्फ हफ्ते में एक बार ही हरी सब्जियां ले पाते है।
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