AAP ने सभी 70 सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए, 15 मौजूदा विधायकों का टिकट काटा
आम आदमी पार्टी ने मंगलवर को दिल्ली की सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए। पार्टी ने जहां 46 मौजूदा विधायकों को इस बार टिकट दिया है, वहीं 15 मौजूद विधायकों का टिकट काटा है। इसके अलावा पार्टी ने आठ महिलाओं को भी टिकट दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अपनी पुरानी सीट नई दिल्ली और पटपड़गंज से ही चुनाव लड़ेंगे।
दिल्ली में अगले महीने होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। इसी कड़ी में मंगलवार रात आम आदमी पार्टी ने दिल्ली की सभी 70 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित कर दिए। पार्टी ने जहां 46 मौजूदा विधायकों को टिकट दिया है, वहीं 15 मौजूदा विधायकों का टिकट काट दिया है। इसके अलावा पार्टी ने पिछली बार 6 महिलाओं की तुलना में इस बार आठ महिलाओं को टिकट दिया है। उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के बाद उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सभी उम्मीदवारों को बधाई दी है।
वीडियो देखिये मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री कैलाश गहलोत, सत्येंद्र जैन, राजेंद्र पाल गौतम समेत सभी मंत्री अपनी पुरानी सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा जिन 4 सीटों पर अभी बीजेपी का कब्जा है, वहां पार्टी ने नए चेहरे उतारे हैं। पार्टी ने मटिया महल सीट से पांच बार के विधायक रहे शोएब इकबाल को भी टिकट दिया है। वहीं अलका लांबा की सीट चांदनी चौक से प्रह्लाद सिंह को टिकट मिला है। 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके तीन उम्मीदवार आतिशी मार्लेना, दिलीप पांडेय और राघव चड्ढा को भी टिकट दिया गया है। साथ ही पार्टियों ने कई दलबदलुओं को भी टिकट दिया है, जिनमें कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद महाबल मिश्रा के बेटे विनय भी हैं। विनय को द्वारका से टिकट मिला है, जहां से पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री अभी विधायक हैं। उम्मीदवारों के नाम के एलान के बाद अब पार्टी पर टिकट बेचने जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं। दिल्ली के बदरपुर सीट से विधायक नारायण दत्त शर्मा ने पार्टी पर 21 करोड़ में टिकट बेचने का आरोप लगाया हैं। 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें और बीजेपी ने 3 सीटें जीती थीं। दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और नतीजे 11 फरवरी को आएंगे। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 जनवरी है।
वीडियो देखिये मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, मंत्री कैलाश गहलोत, सत्येंद्र जैन, राजेंद्र पाल गौतम समेत सभी मंत्री अपनी पुरानी सीट से ही चुनाव लड़ेंगे। इसके अलावा जिन 4 सीटों पर अभी बीजेपी का कब्जा है, वहां पार्टी ने नए चेहरे उतारे हैं। पार्टी ने मटिया महल सीट से पांच बार के विधायक रहे शोएब इकबाल को भी टिकट दिया है। वहीं अलका लांबा की सीट चांदनी चौक से प्रह्लाद सिंह को टिकट मिला है। 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ चुके तीन उम्मीदवार आतिशी मार्लेना, दिलीप पांडेय और राघव चड्ढा को भी टिकट दिया गया है। साथ ही पार्टियों ने कई दलबदलुओं को भी टिकट दिया है, जिनमें कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद महाबल मिश्रा के बेटे विनय भी हैं। विनय को द्वारका से टिकट मिला है, जहां से पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री अभी विधायक हैं। उम्मीदवारों के नाम के एलान के बाद अब पार्टी पर टिकट बेचने जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं। दिल्ली के बदरपुर सीट से विधायक नारायण दत्त शर्मा ने पार्टी पर 21 करोड़ में टिकट बेचने का आरोप लगाया हैं। 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 67 सीटें और बीजेपी ने 3 सीटें जीती थीं। दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और नतीजे 11 फरवरी को आएंगे। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 21 जनवरी है।
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