आगरा का पेठा उद्योग ठप, कारोबारी, किसान और मज़दूर परेशान
उत्तर प्रदेश का आगरा ज़िला कोरोनावायरस की चपेट में सबसे ज़्यादा है. यह ज़िला रेड ज़ोन में है और लगातार लॉकडाउन होने की वजह से यहां का मशहूर पेठा उद्योग बैठ गया है. पेठा कारोबारियों के मुताबिक अभी तक 10 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है और 5 लाख से ज़्यादा लोग प्रभावित हुए हैं. किसान, छोटे, मझोले कारोबारी, ट्रांसपोर्टर और लाखों मज़दूर बस किसी तरह दिन काट रहे हैं.
यूपी में बरेली के रहने वाले मुश्ताक़ 25 साल से कच्चे पेठे की खेती कर रहे हैं लेकिन इस बार फसल बर्बाद हो गई. उन्होंने कहा कि कच्चा पेठा खेतों में तैयार हो चुका था लेकिन लॉकडाउन के चलते मंडी तक नहीं ले जा सके. खेती में जो पूंजी लगाई थी, अब वो डूब चुकी है.
आगरा में पेठा बनाने के लिए अब कोयले का इस्तेमाल नहीं होता लेकिन गैस समेत दूसरा ईंधन काफी मंहगा पड़ता है. कारोबारियों का कहना है कि कोयले का इस्तेमाल बंद होने से पेठा उधोग पर काफी ज्यादा असर पड़ा था. वीडियो देखिए आगरा में पेठे की शुरुआत मुग़ल बादशाह शाहजहां की रसोई से हुई थी. तब से शुरू हुआ यह सिलसिला अब एक उद्योग की शक्ल ले चुका है लेकिन लॉकडाउन ने इसकी कमर तोड़ दी है. इस उद्योग के कारोबारियों पर सरकार की भी नज़र नहीं पड़ी है.
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