एम्स: जातिय और यौन प्रताड़ना का आरोप लगाकर सीनियर रेज़िडेंट ने ख़ुदकुशी की कोशिश की
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज़ की एक सीनियर रेज़िडेंट डॉक्टर ने ख़ुदकुशी की कोशिश की है. डॉक्टर ने एक फैकल्टी मेंबर पर जातिय भेदभाव और यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. रेज़िडेंट डॉक्टर को फिलहाल एम्स के आईसीयू में भर्ती करवाया गया है.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की सचिव प्रीति सुदान को चिट्ठी लिखी है. उन्होंने इस मामले में फौरन जांच की मांग के साथ-साथ रिपोर्ट तलब की है.
महिला डॉक्टर एम्स के सेंटर फॉर डेंटल एडुकेशन एंड रिसर्च में तैनात हैं. उन्होंने एम्स प्रशासन से इसकी शिक़ायत भी की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद ख़ुदकुशी की कोशिश की. उन्होंने शुक्रवार की रात दवाइयां खा लीं. फिलहाल उन्हें एम्स के आईसीयू में भर्ती करवाया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक महिला डॉक्टर ने तक़रीबन 10 दिन पहले एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया से मुलाक़ात कर फैकल्टी मेंबर की शिक़ायत की थी. इसके बाद सेक्सुअल हैरसमेंट कमिटी और जातिय उत्पीड़न के लिए बनी समिति ने जांच शुरू की थी. वीडियो देखिए वहीं एम्स के रेज़िडेंट डॉक्टर्स असोसिएशन ने इस मामले में एम्स प्रशासन को कई बार चिट्ठी लिखी थी. आरडीए का आरोप है कि तमाम चिट्ठियों के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई तो आख़िर में रेज़िडेंट डॉक्टर को जानलेवा क़दम उठाना पड़ा. आरडीए के मुताबिक रेज़िडेंट डॉक्टर ने एक महीने के भीतर एम्स के विमेंस सेल, एससी-एसटी वेलफेयर सेल और नेशनल कमिशन फॉर शेड्यूल कास्ट को तीन चिट्ठियां लिखी थीं लेकिन आरोपी फैकल्टी मेंबर पर कार्रवाई नहीं हुई.
NCW takes cognizance of incident&has written to Preeti Sudan, Secy, Ministry of Health&Family Welfare&copied to Director, AIIMS, Delhi, for immediate inquiry&details of action-taken report must be sent at earliest to NCW: National Commission for Women https://t.co/TeBsuDMrnr
— ANI (@ANI) April 20, 2020
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