सेना के रिटायर्ड अधिकारी और असम के विधायक भी एनआरसी लिस्ट से बाहर किये गए
भारतीय सेना में 30 साल तक सेवा देने वाले मुहम्मद सनाउल्लाह और उनके परिवार का नाम नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस की अंतिम लिस्ट में नहीं आया है। सनाउल्लाह ने बताया कि वो और उनके परिवार के तीन सदस्य एनआरसी की अंतिम लिस्ट से बाहर हैं। सनाउल्लाह को इस लिस्ट के जारी होने पर मायूसी ज़रूर हुई है लेकिन देश की अदालतों पर उन्होंने भरोसा जताया है।
सनाउल्लाह को इसी साल 23 मई को फॉरेनर्स ट्राइब्यूनल ने संदिग्घ बांग्लादेशी मानकर हिरासत में ले लिया था और फिलहाल उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट से ज़मानत मिली हुई है। सनाउल्लाह ने कहा कि उन्हें देश की अदालतों पर पूरा भरोसा है और जब इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी तो उनके साथ इंसाफ़ ज़रूर हो जाएगा।
मोहम्मद सनाउल्लाह जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, पंजाब समेत कई राज्यों में भारतीय सेना में नौकरी करने के बाद 2017 में रिटायर हुए थे। इसके बाद वो असम पुलिस की बॉर्डर विंग में बतौर सब इंस्पेक्टर काम कर रहे थे। पिछले साल एनआरसी की पहली लिस्ट जारी होने पर उनका नाम नहीं आया तो उन्हें नोटिस जारी हुआ। इसी साल जब उनका मामला फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल पहुंचा तो उन्हें हिरासत केंद्र में भेज दिया गया। हालांकि वकीलों के दख़ल से उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट के आदेश पर हिरासत केंद्र से रिहा कर दिया गया था लेकिन विदेशी क़रार दिए जाने की तलवार उनपर अभी भी लटक रही है। सनाउल्लाह की तरह ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के एक विधायक अनंत कुमार मालो का नाम भी एनआरसी की लिस्ट में नहीं है। अनंत कुमार अभयापुरी दक्षिण सीट से विधायक हैं और विधानसभा में प्रमुख विपक्षी पार्टी के सदस्य हैं। अनंत कुमार मालो को भी अपनी नागरिकता साबित करने के लिए फॉरेनर्स ट्राइब्यूनल्स में अपील करनी होगी।
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मोहम्मद सनाउल्लाह जम्मू-कश्मीर, मणिपुर, पंजाब समेत कई राज्यों में भारतीय सेना में नौकरी करने के बाद 2017 में रिटायर हुए थे। इसके बाद वो असम पुलिस की बॉर्डर विंग में बतौर सब इंस्पेक्टर काम कर रहे थे। पिछले साल एनआरसी की पहली लिस्ट जारी होने पर उनका नाम नहीं आया तो उन्हें नोटिस जारी हुआ। इसी साल जब उनका मामला फॉरेनर्स ट्रिब्यूनल पहुंचा तो उन्हें हिरासत केंद्र में भेज दिया गया। हालांकि वकीलों के दख़ल से उन्हें गुवाहाटी हाईकोर्ट के आदेश पर हिरासत केंद्र से रिहा कर दिया गया था लेकिन विदेशी क़रार दिए जाने की तलवार उनपर अभी भी लटक रही है। सनाउल्लाह की तरह ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के एक विधायक अनंत कुमार मालो का नाम भी एनआरसी की लिस्ट में नहीं है। अनंत कुमार अभयापुरी दक्षिण सीट से विधायक हैं और विधानसभा में प्रमुख विपक्षी पार्टी के सदस्य हैं। अनंत कुमार मालो को भी अपनी नागरिकता साबित करने के लिए फॉरेनर्स ट्राइब्यूनल्स में अपील करनी होगी।
देखिये वीडियो मुहम्मद सनाउल्लाह ने क्या कहा
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