घरेलू कलह सुलझाने के लिए तांत्रिक के झांसे में आए थे बैतूल के जज, मारे गए

by Ankush Choubey 3 years ago Views 2701

Betul's judge, who came under the guise of a tantr
मध्यप्रदेश की बैतूल पुलिस ने एडिशनल डिस्ट्रिक्ट जज महेंद्र कुमार त्रिपाठी और उनके बड़े बेटे अभिनयराज त्रिपाठी की मौत की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है. बैतूल पुलिस ने संध्या सिंह नाम की एक महिला समेत छह लोगों की गिरफ्तारी के बाद दावा किया है कि एडीजे और उनके बेटे ने ज़हर मिला खाना खाया था.

बैतूल पुलिस के मुताबिक एडीजे महेंद्र त्रिपाठी और आरोपी महिला सध्या सिंह तकरीबन 10 साल से एक दूसरे के संपर्क में थे. संध्या छिंदवाड़ा में रहकर एनजीओ चलाती है और जज उसकी आर्थिक मदद भी करते थे.


चार महीने पहले एडीजे महेंद्र त्रिपाठी की पत्नी वीआरएस लेकर उनके साथ रहने लगी थीं. इस दौरान उनकी संध्या से दूरी बढ़ गई और उसे पैसे भी मिलना बंद हो गए थे. संध्या को लेकर जज के घर में कलह का भी माहौल था.

बैतूल की एसपी सिमाला प्रसाद ने दावा किया है कि पारिवारिक कलह दूर करने और अच्छे स्वास्थ्य के लिए संध्या ने जज को तंत्र-मंत्र का सहारा लेने की सलाह दी थी.

जांच में पता चला कि संध्या के कहने पर जज ने अपने घर से 300 ग्राम आटा लाकर एक तांत्रिक को दे दिया. फिर तांत्रिक और संध्या ने आटे में ज़हर मिलाया. 20 जुलाई को बैतूल के सर्किट हाउस में संध्या जज से मिली और आटा वापस करते हुए पूरे परिवार को रोटियां खिलाने के लिए कहा. इसी ज़हर मिले आटे की रोटियां खाने के बाद जज और उनके दोनों बेटों की तबीयत बिगड़ी. फिर 25 जुलाई को बेटे की और 26 जुलाई को उनकी मौत हो गई. 

पुलिस ने बयानों और कॉल डिटेल के आधार पर संध्या सिंह, उसके ड्राइवर संजू चंद्रवंशी, संजू का फूफा देवीलाल चंद्रवंशी, मुबीन खान, कमल और तांत्रिक रामदयाल पर हत्या समेत कई गंभीर धाराओं में मुक़दमा दर्ज किया है.

एसपी सिमाला प्रसाद के मुताबिक मुताबिक वारदात की रात जज की पत्नी ने रोटी की जगह सिर्फ चावल खाया था जिससे उनकी जान बच गई.

Latest Videos

Latest Videos

Facebook Feed