सोशल मीडिया पर चिन्मयानंद की थू-थू, एसआईटी ने कवरेज पर एडवाइज़री जारी की
पिछले कई दिनों से चल रही स्वामी चिन्मयानंद की नौटंकी के बाद आखिरकार यूपी की एसआईटी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तारी के पहले एसआईटी ने समाचार चैनलों को एक एडवाइजरी भेजी. जिसमें लिखा है कि न्यूज चैनल्स द्वारा प्रभावित पक्ष के जरिए मिली जानकारी को पूरी तरह से न्यूज चैनल्स पर दिखाया जा रहा है.
एसआईटी द्वारा की जा रही विवेचना की संवेदनशील सूचनाओं की जानकारी जनसामान्य को हो जाने की वजह से विवेचना विपरीत रुप से प्रभावित हो रही है, साथ ही लिखा है कि टीवी चैनल्स के कवरेज से चिन्मयानंद के मामले में नुकसान हो रहा है. अभियुक्त पक्ष को सबूतों से छेड़छाड़ करने और बचाव करने का मौका मिल रहा है.
जिसको देखते हुए एसआईटी ने सारे चैनल्स और एडिटर्स से अनुरोध किया है कि एसआईटी द्वारा की जा रही विवेचना के संबंध में मिली संवेदनशील जानकारी को प्रसारित करने में सावधानी बरतें. वहीं स्वामी चिन्यानंद की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन लगातार आ रहे हैं. जिसमें ज्यादातर यूजर लिखते है कि बलात्कार, हत्या, तस्करी हर उच्च श्रेणी के सिद्ध साधु के पीछे की यही कहानी है. भारत में इस तरह के संत भारतीय समाज की संस्कृति को नष्ट कर देंगे. इस इंसान से सावधान रहें. वही एक यूजर ने लिखा है कि फाइनली एसआईटी ने बलत्कारी को गिरफ्तार कर लिया, वही एक और यूजर ने ट्वीट किया है कि मोदी और योगी के साथ नजदीकियां होने के बावजूद चिन्मयानंद को गिरफ्तार लिया गया. जाहिर है कि प्रशासन और पुलिस पिछले एक महीने से चल रहे इस केस के कवरेज से नाखुश है. क्योंकि चिन्मयानंद तमाम बीजेपी नेताओं के साथ खड़े नजर आते है. जो यूपी और केंद्र की सरकार में है लेकिन सोशल मीडिया पर काबू पाना पुलिस और प्रशासन के लिए भी टेढ़ी खीर सबित होगी. वीडियो देखिये
जिसको देखते हुए एसआईटी ने सारे चैनल्स और एडिटर्स से अनुरोध किया है कि एसआईटी द्वारा की जा रही विवेचना के संबंध में मिली संवेदनशील जानकारी को प्रसारित करने में सावधानी बरतें. वहीं स्वामी चिन्यानंद की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के रिएक्शन लगातार आ रहे हैं. जिसमें ज्यादातर यूजर लिखते है कि बलात्कार, हत्या, तस्करी हर उच्च श्रेणी के सिद्ध साधु के पीछे की यही कहानी है. भारत में इस तरह के संत भारतीय समाज की संस्कृति को नष्ट कर देंगे. इस इंसान से सावधान रहें. वही एक यूजर ने लिखा है कि फाइनली एसआईटी ने बलत्कारी को गिरफ्तार कर लिया, वही एक और यूजर ने ट्वीट किया है कि मोदी और योगी के साथ नजदीकियां होने के बावजूद चिन्मयानंद को गिरफ्तार लिया गया. जाहिर है कि प्रशासन और पुलिस पिछले एक महीने से चल रहे इस केस के कवरेज से नाखुश है. क्योंकि चिन्मयानंद तमाम बीजेपी नेताओं के साथ खड़े नजर आते है. जो यूपी और केंद्र की सरकार में है लेकिन सोशल मीडिया पर काबू पाना पुलिस और प्रशासन के लिए भी टेढ़ी खीर सबित होगी. वीडियो देखिये
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