सचिन पायलट के बग़ावत के बीच कांग्रेस ने किया 109 विधायकों के समर्थक का दावा
अविनाश पांडेय ने बताया कि सोमवार सुबह करीब 10.30 बजे कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है और इसके लिए सभी कोंग्रेसी विधायकों को व्हिप भी जारी की गयी है. उन्होंने यह भी कहा कि जो विधायक दल की बैठक में मौजूद नहीं रहेंगे उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी और उनकी पार्टी से सदस्यता भी समाप्त की जा सकती है.109 MLAs have signed a letter expressing their trust&support to govt led by CM Ashok Gehlot&leadership of Sonia Gandhi ji&Rahul Gandhi ji.Few more MLAs had telephonic conversation with CM&they'll also sign letter of support till morning:#Rajasthan Congress in-charge Avinash Pande pic.twitter.com/pdMVxfrEsM
— ANI (@ANI) July 12, 2020
A whip has been issued to all party MLAs to be mandatorily present at Congress Legislature Party meeting to be held tomorrow morning. Strict disciplinary action will be taken against any MLA who is absent without mentioning personal/special reason: #Rajasthan Congress in-charge https://t.co/adTEHg0iM1 pic.twitter.com/xrdqiCYNn9
— ANI (@ANI) July 12, 2020
रविवार को सचिन पायलट के पास 30 विधायकों के समर्थन और बीजेपी में शामिल होने का दवा भी किया गया. इसी दौरान पुराने कांग्रेसी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट्वीट किया, ''सचिन पायलट को भी राजस्थान सीएम द्वारा साइडलाइन और सताया जाता देख दुखी हूं. यह दिखाता है कि कांग्रेस में प्रतिभा और क्षमता की कद्र नहीं है.'
इससे पहले राजस्थान पुलिस की विशेष शाखा एसओजी ने राज्य सरकार को अस्थिर करने के कथित षडयंत्र मामले में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, सरकारी मुख्य सचेतक सहित अन्य विधायकों को उनके बयान दर्ज करवाने के लिये नोटिस जारी किये हैं. सीएम अशोक गहलोत ने शनिवार को आरोप लगाया था कि बीजेपी उनके विधायकों को 15 करोड़ रुपये की पेशकश कर उनकी सरकार गिराने की कोशिश कर रही है. बताया जा रहा है कि सचिन पायलट की नाराज़गी की वजह सीएम गहलोत और पार्टी द्वारा उनकी अनदेखी है. ताज़ा खींचतान राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष पद को लेकर बताई जा रही है, पिछले करीब 7 सालों से सचिन पायलट राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष हैं और वह चाहते है कि उनके किसी करीबी को अध्यक्ष पद की कमान मिले. मगर सीएम अशोक गेहलोत पायलट के किसी भी करीबी को यह पद नहीं देना चाहते है. हालाँकि, यह पहला मौका नहीं है जब इन दोनों नेताओं के बीच खींचतान हुई हो, सरकार बनने के बाद भी मंत्रिमंडल और विभागों बटंवारे को लेकर भी काफी विवाद हुआ था.Sad to see my erstwhile colleague, @SachinPilot too, being sidelined and persecuted by Rajasthan CM, @ashokgehlot51 . Shows that talent and capability find little credence in the @INCIndia .
— Jyotiraditya M. Scindia (@JM_Scindia) July 12, 2020
Latest Videos