कंगाली में कोरोना
कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए सरकार ने बंदिशें तो लगाई हैं लेकिन मज़दूरों के रहने-खाने की कोई व्यवस्था नहीं की। इस बीच गृह मंत्रालय ने एक और एडवाइज़री जारी कर दी। गृह मंत्रालय ने कहा कि जो लोग घरों के लिए निकले हैं, वे जहां है वहीं रोका जाए और उनके लिए व्यवस्था की जाए।
इसी कड़ी में यूपी के बरेली में इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक तस्वीर सामने आई हैं। यहां सरकारी कर्मचारियों ने उन मज़दूरों पर केमिकल का छिड़काव कर दिया जो शहरों से अपने गांव के लिए निकले थे। कर्मचारियों ने इसके पीछे दलील दी है कि इससे कोरोना मर जाएगा। जिस प्रकार जानवरों के इंफेक्शन खत्म किए जाते हैं, उसी प्रकार इंसानों के इंफेक्शन को खत्म करने की कोशिश की गई।
देश में सबसे ज़्यादा उत्तर प्रदेश के 5.6 करोड़ लोग पलायन कर दूसरे राज्यों में रोजगार की तलाश में जाते हैं। इसके अलावा बिहार के 2.7 करोड़, पश्चिम बंगाल के 3.3 करोड़, ओड़िसा के 1.5 करोड़ राजस्थान के 2.2 करोड़ और कर्नाटक के 2.6 करोड़ लोग पलायन करके दूसरे राज्यों में काम करने जाते हैं। सवाल है कि इन मज़दूरों की परेशानियों और इनके दुख दर्द की सुध कौन लेगा? देखिए इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं गोन्यूज़ के एडिटर इन चीफ पंकज पचौरी।
Also Read:
देश में सबसे ज़्यादा उत्तर प्रदेश के 5.6 करोड़ लोग पलायन कर दूसरे राज्यों में रोजगार की तलाश में जाते हैं। इसके अलावा बिहार के 2.7 करोड़, पश्चिम बंगाल के 3.3 करोड़, ओड़िसा के 1.5 करोड़ राजस्थान के 2.2 करोड़ और कर्नाटक के 2.6 करोड़ लोग पलायन करके दूसरे राज्यों में काम करने जाते हैं। सवाल है कि इन मज़दूरों की परेशानियों और इनके दुख दर्द की सुध कौन लेगा? देखिए इस बारे में विस्तार से बता रहे हैं गोन्यूज़ के एडिटर इन चीफ पंकज पचौरी।
Latest Videos