कोरोनावायरस: मंदी का असर दिखना शुरू, निवेशकों में तनाव

by Abhishek Kaushik 4 years ago Views 2653

Coronavirus: The effects of the recession are visi
कोरोनावायरस की महामारी का असर अब भारतीय बाज़ार पर भी दिखना शुरू हो गया है। पहले शेयर मार्केट में इतने उतार चढ़ाव आने के बाद अब म्यूचुअल फंड बाज़ार भी इसकी चपेट में आने लगा है। 

म्यूचुअल फंड की एक जानी मानी कंपनी फ्रैंकलिन टेम्पलटन ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अपनी छह क्रेडिट स्कीम्स को बंद करने का फैसला किया है। कंपनी ने कोरोनावायरस की महामारी को इसका एक मात्र कारण बताते हुए कहा की 'कोविड-19 संकट और भारतीय अर्थव्यवस्था के लॉकडाउन के चलते कॉर्पोरेट बॉन्ड बाजार के कुछ खंड में लगातार नकदी में गिरावट आई है, जिससे निपटना जरूरी है। ऐसे में म्यूचुअल फंड, खासतौर से निश्चित आय खंड में, लगातार यूनिट वापस लेने के दबाव का सामना कर रहे हैं।' 


ऐसा पहला मामला है जब कोई इन्वेस्टमेंट कंपनी कोरोना वायरस से संबंधित हालात के कारण अपनी योजनाओं को बंद कर रही है।

कंपनी ने इन छह फंड को बंद किया:- 

  • फ्रैंकलिन इंडिया लो ड्यूरेशन फंड
  • फ्रैंकलिन इंडिया डायनेमिक एक्यूरल फंड 
  • फ्रैंकलिन इंडिया क्रेडिट रिस्क फंड
  • फ्रैंकलिन इंडिया शॉर्ट टर्म इनकम प्लान
  • फ्रैंकलिन इंडिया अल्ट्रा शॉर्ट बॉन्ड फंड 
  • फ्रैंकलिन इंडिया इनकम अपॉर्चुनिटीज फंड
इस फैसले के बाद इन छह स्कीमों में ना तो नया निवेश किया जा सकता है, ना ही पहले से किए गए निवेश को भुनाया जा सकता है। हालांकि, ये स्कीमें अपनी नेट एसेट वैल्यू (एनएवी) रोजाना जारी करेंगी। 

वहीं निवेशको से अब इन स्कीम्स वाले फंडों को सँभालने के लिए कंपनी को कोई शुल्क नहीं देना होगा। 23 अप्रैल, 2020 के बाद से इन फंडों की यूनिट ना तो खरीदारी के लिए उपलब्ध होगी और ना ही उन्हें बेचा जा सकेगा।

कुल मिलाकर कोरोना वायरस धीरे धीरे सभी तरह के उद्योग अपनी चपेट में लेता जा रहा है, जिसका असर पहले शेयर मार्केट और अब म्यूचुअल फंड्स में देखने को मिल रहा है।

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