अंकुरित फसल पर जेसीबी चलाने की कोशिश की तो दलित परिवार ने कीटनाशक पिया
मध्य प्रदेश पुलिस की बर्बरता के चलते गुना का एक दलित परिवार मौत के मुहाने पर पहुंच गया है. वजह यह है कि ज़िले के एक एसडीएम और स्थानीय पुलिस ने दलित परिवार की बोई फसल पर जेसीबी चलाने की कोशिश की.
यह मामला कैंट थाना इलाक़े के जगनपुर चक का है जहां गुना नगर पालिका का अतिक्रमण हटाओ दस्ता एसडीएम के नेतृत्व में पहुंचा और राजकुमार अहिरवार की बोई गई फसल पर जेसीबी चलवाना शुरू कर दिया. विरोध करने पर पुलिस ने राजकुमार की पिटाई शुरू कर दी.
राजकुमार के मुताबिक उसके पास ज़मीन का पट्टा नहीं है लेकिन उसके दादा-परदादा इस जमीन पर खेती करते आ रहे हैं. राजकुमार ने प्रशासन से गुहार लगाई कि उसने 4 लाख रुपए का कर्ज लेकर फसल लगाई है और अब फसल अंकुरित हो आई है. पीड़ित परिवार लगातार पुलिस दस्ते से विनती करता रहा कि इस पर बुल्डोजर न चलाया जाए वरना परिवार में 10-12 लोग का क्या होगा. लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अतिक्रमण की हुई जमीन को दलित परिवार राजकुमार और उसकी पत्नी सावित्री ने बटाई पर लिया है और खेत में झोपड़ी बनाकर अपने छोटे छोटे 6 बच्चों के साथ रहते हैं। प्रशासन की टीम जैसे ही कार्रवाई करने के लिए पहुंची तो पहले तो राजू और उसकी पत्नी सावित्री ने अधिकारियों से मिन्नतें की लेकिन जब अधिकारी का दिल नहीं पसीजा और खड़ी फसल पर जेसीबी चलवाने लगे तो राजकुमार सावित्री भागकर झोपड़ी में पहुंचे और वहां रखी कीटनाशक पी ली। कीटनाशक पीने के कारण पत्नी सावित्री मौके पर ही बेसुध होकर गिर गई। कुछ ही देर बाद पति राजू ने भी कीटनाशक पी लिया। दोनों माँ बाप को इस हाल में देखकर बच्चे रोने लगे जिसने आनन-फानन में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है अस्पताल में महिला की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। वहीं इलाके के तहसीलदार एन सिंह का कहना है की जिस भूमि पर दलित परिवार खेती करता है, वो अब कॉलेज के लिए आवंटित की गई है इसलिए जिन लोगों ने अतिक्रमण किया था, उन्हें हटाया जा रहा था।
राजकुमार के मुताबिक उसके पास ज़मीन का पट्टा नहीं है लेकिन उसके दादा-परदादा इस जमीन पर खेती करते आ रहे हैं. राजकुमार ने प्रशासन से गुहार लगाई कि उसने 4 लाख रुपए का कर्ज लेकर फसल लगाई है और अब फसल अंकुरित हो आई है. पीड़ित परिवार लगातार पुलिस दस्ते से विनती करता रहा कि इस पर बुल्डोजर न चलाया जाए वरना परिवार में 10-12 लोग का क्या होगा. लोकल मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अतिक्रमण की हुई जमीन को दलित परिवार राजकुमार और उसकी पत्नी सावित्री ने बटाई पर लिया है और खेत में झोपड़ी बनाकर अपने छोटे छोटे 6 बच्चों के साथ रहते हैं। प्रशासन की टीम जैसे ही कार्रवाई करने के लिए पहुंची तो पहले तो राजू और उसकी पत्नी सावित्री ने अधिकारियों से मिन्नतें की लेकिन जब अधिकारी का दिल नहीं पसीजा और खड़ी फसल पर जेसीबी चलवाने लगे तो राजकुमार सावित्री भागकर झोपड़ी में पहुंचे और वहां रखी कीटनाशक पी ली। कीटनाशक पीने के कारण पत्नी सावित्री मौके पर ही बेसुध होकर गिर गई। कुछ ही देर बाद पति राजू ने भी कीटनाशक पी लिया। दोनों माँ बाप को इस हाल में देखकर बच्चे रोने लगे जिसने आनन-फानन में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। बताया जा रहा है अस्पताल में महिला की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। वहीं इलाके के तहसीलदार एन सिंह का कहना है की जिस भूमि पर दलित परिवार खेती करता है, वो अब कॉलेज के लिए आवंटित की गई है इसलिए जिन लोगों ने अतिक्रमण किया था, उन्हें हटाया जा रहा था।
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