बिहार में सैलाब से मौतों का आंकड़ा 18 हुआ, 10 लाख से ज़्यादा प्रभावित
असम के बाद बिहार में बाढ़ से भीषण तबाही मची हुई है. राज्य में अब तक 18 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दस लाख लोग प्रभावित हुए हैं. लगातार हो रही बारिश की वजह से कई नदियां उफान पर हैं और क जगहों पर बांध टूट गए हैं.
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सेक्रेटरी प्रत्यय अमृत ने बताया, ‘राज्य में करीब दस लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने एक लाख लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया है। इनके लिए 21 रिलीफ कैंप बनाए गए हैं. साथ ही 271 कम्युनिटी किचन बनाया गया है जिनमें से 186 किचन दरभंगा ज़िले में बनाए गए हैं.’
बाढ़ से सबसे बुरा हाल राज्य के पश्चिमी चंपारण ज़िले का है जो नेपाल सीमा के नज़दीक है. नेपाल से निकलने वाली गंडक नदी इस ज़िले से होकर गुज़रती है. गंडक नदी के उफान पर जाने के चलते ज़िले के गांव और क़स्बों में पानी भर गया है. यहां अब तक सात लोगों की जान गई है जबकि डेढ़ लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. दरभंगा, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, समस्तीपुर और खगड़िया ज़िलों में बाढ़ से हालात बिगड़ चुके हैं. वैशाली ज़िले में भी गंडक नदी का जल स्तर तेज़ी से बढ़ रहा है. यहां नदी का जल स्तर 51.67 मीटर हो गया है जो अपने ख़तरे के निशान से 1.17 मीटर ऊपर बह रही है.
Around 10 lakh people are affected due to floods. With the help of NDRF & SDRF, we evacuated 1 lakh people. 21 relief camps have been set up. 271 community kitchens are working out of which, 186 are in Darbhanga: Principal Secy, Bihar Disaster Management Dept, Pratyaya Amrit pic.twitter.com/hDXrWU0ehi
— ANI (@ANI) July 25, 2020
बाढ़ से सबसे बुरा हाल राज्य के पश्चिमी चंपारण ज़िले का है जो नेपाल सीमा के नज़दीक है. नेपाल से निकलने वाली गंडक नदी इस ज़िले से होकर गुज़रती है. गंडक नदी के उफान पर जाने के चलते ज़िले के गांव और क़स्बों में पानी भर गया है. यहां अब तक सात लोगों की जान गई है जबकि डेढ़ लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. दरभंगा, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, समस्तीपुर और खगड़िया ज़िलों में बाढ़ से हालात बिगड़ चुके हैं. वैशाली ज़िले में भी गंडक नदी का जल स्तर तेज़ी से बढ़ रहा है. यहां नदी का जल स्तर 51.67 मीटर हो गया है जो अपने ख़तरे के निशान से 1.17 मीटर ऊपर बह रही है.
जल संसाधन मंत्री संजय झा ने कहा कि राज्य सरकार ने भारतीय वायुसेना से प्रभावित लोगों तक खाने का पैकेट पहुंचाने के लिए हेलिकॉप्टर की मांग की है. उन्होंने यह भी कहा कि अगले दो-तीन दिनों तक राज्य के कई इलाकों में मध्यम बारिश होने का अनुमान है. ऐसे में टूटे हुए बांधों की मरम्मत का काम जल्द पूरा करना होगा.’#Gandak has crossed previous HFL.
— Water Resources Department, Government of Bihar (@WRD_Bihar) July 25, 2020
Water level of river #Gandak at #???????????????????????????? in #???????????????????????????????? at 11:00 hrs today was ????????.???????????? with ???????????????????????????? trend which is ????.???????????? above its #DangerLevel of ????????.???? ???? and ????.???????? ???? above its previous HFL of ????????.???????????? ????. pic.twitter.com/s6EkmkhJtk
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