जामिया फायरिंग कांड में हमलावर पर शिकंजा कसा, दिल्ली पुलिस ने लगाई धारा 307

by Shahnawaz Malik 4 years ago Views 3156

Delhi Police clamps section 307, tightens screws o
दिल्ली पुलिस के जवानों की मौजूदगी में एक शख़्स ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया के स्टूडेंट्स पर फायरिंग कर दी. यह वारदात उस वक़्त हुई जब स्टूडेंट्स विवादित नागरिकता क़ानून के ख़िलाफ़ , जामिया मिल्लिया इस्लामिया से महात्मा गांधी की समाधि राजघाट तक पैदल मार्च निकालने की तैयारी कर रहे थे. इस वारदात से , देश की राजधानी दिल्ली में क़ानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं. 

विवादित नागरिकता कानून के ख़िलाफ़ मार्च निकालने की तैयारी कर रहे जामिया मिल्लिया इस्लामिया के छात्रों पर एक शख़्स ने फायरिंग कर दी. इस फायरिंग में एक स्टूडेंट शादाब आलम ज़ख़्मी हुआ है जो जामिया मिल्लिया इस्लामिया से मास कम्यूनिकेशन की पढ़ाई कर रहा है. शादाब को इलाज के लिए ट्रॉमा सेंटर में भर्ती करवाया गया है. डॉक्टरों के मुताबिक शादाब की हालत ख़तरे से बाहर है. 


जिस शख़्स ने प्रदर्शनकारियों पर फायरिंग की, पकड़े जाने के बाद उसने अपना नाम रामभक्त गोपाल बताया. गोपाल ग्रेटर नोएडा का रहने वाला है जिसे गिरफ्तार करने के बाद दिल्ली पुलिस पूछताछ कर रही है. गोपाल ने प्रदर्शनकारियों पर गोली चलाते वक़्त इस पूरी वारदात को फेसबुक पर लाइव किया. उसका कथित फेसबुक अकाउंट रामभक्त गोपाल के नाम से है. दिल्ली पुलिस ने उसपर हत्या की कोशिश का मुक़दमा दर्ज किया है। 

इस वारदात से दिल्ली पुलिस की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है. जब गोपाल तमंचा लहराता रहा हुआ नारेबाज़ी कर रहा था और जब उसने फायरिंग की तो दिल्ली पुलिस के जवान उसके ठीक पीछे हाथ बांधकर खड़े हुए थे. युवा शायर हुसैन हैदरी ने ट्वीट किया कि एक दो साल में आपके बच्चे को दिनदहाड़े गोली मार दी जाएगी और पुलिसवाले इसी तरह तमाशबीन बने रहेंगे. तब कोई गिरफ़्तारी नहीं होगी. आप अपने बच्चे की लाश लेकर रोते हुए अपने घर की तरफ जा रहे होंगे.      

सीपीआई के युवा नेता कन्हैया कुमार ने इस वारदात पर ट्वीट किया. उन्होंने लिखा, ‘देखिए इन तस्वीरो को।नफरत में अंधा होकर आजाद भारत के पहले आतंकवादी नाथूराम गोडसे ने 72साल पहले इसी तरह गांधीजी की हत्या कर दी थी क्योंकि उसे लगता था कि बापू ‘देश के गद्दार’ हैं।आज राम का नाम लेकर सत्ता में आए लोग नाथूराम का देश बना रहे हैं।जागिए,इससे पहले कि पूरा देश बर्बाद हो जाए’

जामिया मिल्लिया इस्लामिया के अलावा देश के अलग-अलग हिस्सों में 30 जनवरी यानि महात्मा गांधी की पुण्य तिथि पर एकता का संदेश देने के लिए मानव श्रृंखला बनाने की अपील की गई थी। मगर दिल्ली समेत तमाम शहरों में मार्च निकाल रहे लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. दिल्ली में मानव श्रृंखला में शामिल होने आए स्वराज इंडिया प्रमुख योगेन्द्र यादव और सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण भी हिरासत में लिये गए हैं। हिरासत में लिये गए लोगों ने “गांधी हम शर्मिंदा हैं, तेरे क़ातिल ज़िंदा हैं” के नारे भी लगाए। 

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