पानीपत की औद्योगिक इकाइयां से दिल्ली एनसीआर की हवा ज़हरीली हुई
पानीपत की औद्योगिक इकाइयों से प्रदूषण निकलता देख एनवायरनमेंट पॉल्यूशन कंट्रोल अथॉरिटी के चेयरमैन डॉक्टर भूरे लाल राज्य के अफ़सरों पर जमकर बरसे. उन्होंने एनसीआर की प्रदूषित हो रही हवा के लिए पानीपत की औद्योगिक इकाइयों को सीधेतौर पर ज़िम्मेदार ठहराया.
मीटिंग से पहले भूरेलाल ने पानीपत के सेक्टर 29 और सेक्टर 25 का दौरा किया. उन्होंने पाया कि सेक्टर 29 की औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाला ज़हरीला पानी सड़कों और ग्रीन बेल्ट में जा रहा है. वहीं सेक्टर 25 में औद्योगिक कचरा सड़क पर जलाया जा रहा था जबकि बिल्डिंग मैटेरियल सड़कों पर बिखरा हुआ था. इससे पहले सितंबर के आख़िरी हफ्ते में भूरेलाल ने पानीपत के सिक्रेट दौरे में पाया था कि औद्योगिक इकाइयों की चिमनियों से काला धुआं निकल रहा है.
मीटिंग में भूरेलाल ने हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अफ़सरों से पूछा कि जब औद्योगिक इकाइयों का कचरा और चिमनियों से निकलता काला धुआं उन्हें दिख रहा है तो आप लोगों को क्यों दिखाई नहीं दे रहा. उन्होंने दो टूक कहा कि अगली बार दौरा करने पर ऐसा कुछ मिला तो ज़िम्मेदार अफ़सर कार्रवाई के लिए तैयार रहें. वीडियो देखिये भूरे लाल ने आगाह किया किया कि अगर पानी और हवा में घुलते प्रदूषण को काबू नहीं किया गया तो आने वाले वक़्त में न ही पीने के लिए पानी बचेगा और न ही सांस लेने के लिए हवा और आम लोग कैंसर जैसी बीमारी से शिकार हो जाएंगे. भूरेलाल की सख़्ती के बाद पानीपत के अफ़सरों ने 43 औद्योगिक इकाइयों का दौरा किया. इनमें से ग़ैरक़ानूनी ईंधन का इस्तेमाल करने पर 10 इकाइयों को को सील कर दिया गया जबकि 22 इकाइयों को शोकाज़ नोटिस जारी किया है.
मीटिंग में भूरेलाल ने हरियाणा स्टेट पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के अफ़सरों से पूछा कि जब औद्योगिक इकाइयों का कचरा और चिमनियों से निकलता काला धुआं उन्हें दिख रहा है तो आप लोगों को क्यों दिखाई नहीं दे रहा. उन्होंने दो टूक कहा कि अगली बार दौरा करने पर ऐसा कुछ मिला तो ज़िम्मेदार अफ़सर कार्रवाई के लिए तैयार रहें. वीडियो देखिये भूरे लाल ने आगाह किया किया कि अगर पानी और हवा में घुलते प्रदूषण को काबू नहीं किया गया तो आने वाले वक़्त में न ही पीने के लिए पानी बचेगा और न ही सांस लेने के लिए हवा और आम लोग कैंसर जैसी बीमारी से शिकार हो जाएंगे. भूरेलाल की सख़्ती के बाद पानीपत के अफ़सरों ने 43 औद्योगिक इकाइयों का दौरा किया. इनमें से ग़ैरक़ानूनी ईंधन का इस्तेमाल करने पर 10 इकाइयों को को सील कर दिया गया जबकि 22 इकाइयों को शोकाज़ नोटिस जारी किया है.
Latest Videos