इलेक्टोरल बॉन्ड ने सरकारी भ्रष्टाचार पर अमलीजामा चढ़ाने का काम किया: मनीष तिवारी
इलेक्टोरल बॉन्ड के मुद्दे पर गुरुवार को भी सरकार के ख़िलाफ संसद में काफ़ी हंगामा हुआ। कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने चुनावी बॉन्ड का पुरज़ोर विरोध किया है। मनीष तिवारी ने कहा कि आरबीआई और चुनाव आयोग ने भी चुनावी बॉन्ड का विरोध किया था। लेकिन इन दोनों संस्थानों के विरोध के बावजूद सरकार ने चुनावी बॉन्ड को लागू कर दिया। उन्होंने ने आरोप लगाया है कि चुनावी बॉन्ड की वजह से सरकारी भ्रष्टाचार पर अमलीजामा चढ़ गया है।
मनीष तिवारी ने कहा “साल 2017 से पहले देश में एक मूलभत ढांचा था। उस मूलभूत ढांचे के तहत धनी लोगों का भारत की सियासत में जो पैसे का हस्तक्षेप था उसपर नियंत्रण था।
1 फरवरी 2017 के बाद सरकार ने अज्ञात चुनावी बॉन्ड का प्रावधान किया। जिसके तहत न डोनर का पता चलता है और जिसको दिया गया है उसकी भी जानकारी नहीं मिलती है। मनीष तिवारी ने कहा कि चुनावी बॉन्ड से सरकारी भ्रष्टाचार को अमलीजामा चढ़ाया गया है” मनीष तिवारी ने कर्नाटक चुनाव में चुनावी बॉन्ड के तहत केन्द्र सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ने उन्हें रोकते हुए किसी व्यक्ति विशेष का नाम ना लेने के लिये कहा। इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने सदन से वॉकआउट कर दिया। वीडियो देखिये
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