हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के दो और साथियों का एनकाउंटर

by Shahnawaz Malik 3 years ago Views 2313

Encounter of two more associates of historyheater
हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने में अब तक नाकाम रही यूपी पुलिस उसके सहयोगियों का एनकाउंटर कर रही है. बुधवार को अमर दुबे के एनकाउंटर के बाद यूपी पुलिस ने गुरुवार को दो अन्य सहयोगियों का एनकाउंटर कर दिया. इटावा के एसएसपी प्रकाश तोमर का दावा है कि कानपुर एनकाउंटर के दौरान विकास का सहयोगी बहुआ दुबे भी मौक़े पर मौजूद था जो मुठभेड़ में मारा गया है.

यूपी पुलिस ने बुधवार को फरीदाबाद में छापेमारी करके विकास दुबे के तीन सहयोगियों को गिरफ्तार किया था. तीनों को ट्रांज़िट रिमांड पर पुलिस वैन से कानपुर लाया जा रहा था. कानपुर पुलिस के मुताबिक रास्ते में पुलिस वैन ख़राब हुई तो एक आरोपी प्रभात मिश्रा ने इसका फायदा उठाने की कोशिश की. उसने पुलिसवाले की पिस्टल छीनकर फायरिंग शुरू कर दी और भागने की कोशिश की. इस दौरान हुई फायरिंग में प्रभात मारा गया.


कानपुर एनकाउंटर ने यूपी पुलिस की कारगुज़ारियों की कलई खोलकर रख दी है. इस वारदात से जुड़ी कार्रवाइयां बताती हैं कि यूपी पुलिस में नीचे से लेकर ऊपर तक ज़बरदस्त विकास दुबे की ज़बरदस्त पैठ थी. अफ़सर उसके इशारे पर और उसकी सहूलियत के हिसाब से काम करते थे.

विकास दुबे पर कार्रवाई नहीं करने के मामले में अब यूपी एसटीएफ के डीआईजी अनंत देव को उनके पद से हटा दिया गया है. आरोप है कि जब अनंत देव कानपुर के एसएसपी थे, तब सीओ देवेंद्र मिश्रा ने चिट्ठी लिखकर गैंगेस्टर कारगुज़ारियों के बारे में बताया था लेकिन उन्होंने कोई कार्रवाई नहीं की थी.

इसी तरह चौबेपुर का पूर्व थानेदार विनय तिवारी और दारोगा केके शर्मा विकास दुबे की मुख़बिरी करते थे जिन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया है. कानपुर के एसएसपी दिनेश प्रभु ने कहा कि सबूत बता रहे हैं कि विनय तिवारी और केके शर्मा ने छापेमारी से पहले विकास दुबे को अलर्ट कर दिया. जिसके बाद वो सतर्क था और उसने पुलिसवालों पर हमला भी किया. इसी वजह से आठ पुलिसवाले मारे भी गए.

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