10 बैंकों को मिलाकर बनाए जाएंगे चार बड़े बैंक, निर्मला सीतारमण ने किया ऐलान
केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बैंकिंग सेक्टर के लिए बड़ा ऐलान करते हुए 10 सरकारी बैंकों का विलय करने का ऐलान किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि 10 सरकारी बैंकों का विलय होकर 4 बड़े बैंक बनेंगे।
इनका कुल कारोबार 55.81 लाख करोड़ रुपए का होगा। जिन 6 बैंकों का चार बड़े बैंकों में विलय किया जाएगा उनमें ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स और यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया का पंजाब नैशनल बैंक में , सिंडिकेट बैंक का केनरा बैंक में, आंध्रा बैंक और कॉरपोरेशन बैंक का यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में और इलाहाबाद बैंक का इंडियन बैंक में किया जाएगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले साल तीन बैंकों के विलय से फायदा हुआ, रिटेल लोन ग्रोथ में 25 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि विलय के बावजूद बैंक कर्मचारियों की छंटनी नहीं की जाएगी। बैंक के शीर्ष पदों पर नियुक्तियों में कुछ निजी क्षेत्रों में से होंगी और उन्हें निजी बैंकों जैसा वेतन दिया जाएगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि पिछले साल तीन बैंकों के विलय से फायदा हुआ, रिटेल लोन ग्रोथ में 25 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई। साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि विलय के बावजूद बैंक कर्मचारियों की छंटनी नहीं की जाएगी। बैंक के शीर्ष पदों पर नियुक्तियों में कुछ निजी क्षेत्रों में से होंगी और उन्हें निजी बैंकों जैसा वेतन दिया जाएगा।
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10 बैंकों के विलय का फैसला देश के बैंकिंग इतिहास में दूसरा बड़ा फैसला है। 10 बैंकों के विलय के बाद देश में सरकारी बैंकों की संख्या मौजूदा 27 से घटकर 12 रह जाएगी। उधर ऑल इंडिया बैंक इम्प्लॉई एसोसिएशन के महासचिव सीएच वेंकटचेलम ने शनिवार को कर्मचारियों और अधिकारियों से विलय के खिलाफ काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कहा है। यूनाइडेट फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बैनर तले बैंक कर्मचारियों के 9 संगठन विलय के खिलाफ शनिवार को देशव्यापी प्रदर्शन करेंगे।Latest Videos