जम्मू-कश्मीर: गुलमर्ग बर्फ की सफेद चादर में लिपटा मगर सैलानी नदारद

by Shahnawaz Malik 4 years ago Views 1493

First snowfall of season in Jammu and Kashmir but
कश्मीर घाटी में अक्टूबर नवंबर में सैलानियों का मेला लगा होता है लेकिन इस साल यहां सन्नाटा है. सड़कों पर इक्का दुक्का गाड़ियां हैं और होटलों के कमरे ख़ाली हैं. बुधवार को घाटी में इस सीज़न की पहली बर्फबारी हुई और अपने ख़ूबसूरत लैंडस्केप्स के लिए मशहूर हिल स्टेशन गुलमर्ग बर्फ की चादर में ढंक गया है. यहां गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ सैलानी घूमते नज़र आए.

टूरिज़्म जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है. यहां साल दर साल सैलानियों की तादाद बढ़ रही थी लेकिन अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से ज़्यादातर हिल स्टेशन वीरान हैं. इस साल घाटी में सिर्फ 24,019 सैलानी पहुंचे जिनमें ज़्यादातर 5 अगस्त के पहले यानी विशेष राज्य का दर्जा ख़त्म होने से पहले पहुंचे थे.


2 अगस्त को जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सैलानियों और तीर्थयात्रियों से घाटी छोड़ने के लिए कहा था और 9 अक्टूबर को यह पाबंदी हटा ली गई थी. इसके बावजूद घाटी में सैलानी नहीं पहुंच रहे हैं. इसकी वजह अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद घाटी के हालात हैं. यहां मोबाइल और इंटरनेट सेवा कभी भी बंद कर दी जाती है. सिर्फ अक्टूबर महीने में आतंकी हमलों में कश्मीर के बाहर के 12 लोगों की मौत से आमलोगों में ख़ौफ़ बढ़ा है.

वीडियो देखिये

जम्मू-कश्मीर पर्यटन विभाग के आंकड़े बताते हैं कि इस साल अक्टूबर में घाटी में कुल 9,378 टूरिस्ट आए जबकि पिछले साल अक्टूबर में घाटी में 59,048 टूरिस्ट थे. पिछले साल अगस्त से अक्टूबर के बीच घाटी में 2,28,905 टूरिस्ट पहुंचे थे. वहीं 2017 में सिर्फ अक्टूबर में घाटी में 1, 33, 220 सैलानी थे.

Latest Videos

Latest Videos

Facebook Feed