असम में बाढ़ और लैंडस्लाइड से अब तक 50 मौतें, लाखों बेघर
असम में भारी बारिश के बाद आए सैलाब में अब तक 27 लोगों की मौत हो चुकी है. बाढ़ की चपेट में आने से तीन मौतें मंगलवार को हुईं. इनमें दो लोग बरपेटा में डूब गए जबकि एक शख़्स डिब्रूगढ़ में सैलाब में बह गया. पिछले एक महीने में बाढ़ और लैंडस्लाइड की चपेट में आने से राज्य में 50 लोगों की मौत हो चुकी है.
असम के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक राज्य में बाढ़ से जूझ रहे लोगों की तादाद 15 लाख के क़रीब पहुंच चुकी है. फिलहाल राहत शिविरों की संख्या बढ़ाकर 265 कर दी गई है जहां 25 हज़ार से ज़्यादा लोगों को शिफ्ट किया गया है.
असम में बारिश और बाढ़ का कहर मई के आख़िरी हफ्ते से जारी है. राज्य के निचले हिस्से में कई मौतें 22 मई के बाद दर्ज हुईं. इसी दौरान 2 जून में बाराक वैली में भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड में 23 लोग मारे गए. राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ और लैंडस्लाइड की चपेट में आने से अब तक 50 लोग मारे जा चुके हैं. सबसे ज़्यादा तबाही बरपेटा, साउथ सलमारा, नलबाड़ी, मोरीगांव और गोआलपाड़ा में दर्ज की गई है. इस आपदा ने असम में कृषि से जुड़े लोगों की कमर तोड़ दी है. तक़रीबन 20 लाख पशुधन बाढ़ से प्रभावित हुए हैं जबकि 75 हज़ार हेक्टेयर से ज़्यादा खेती की ज़मीन पानी में डूबी है. राज्य में ब्रह्मपुत्र समेत सभी बड़ी नदियां ख़तरे के निशान के ऊपर बह रही हैं जिसकी वजह से सड़कों और पुलों को भी काफी नुकसान हुआ है. बाढ़ के चलते काज़ीरंगा नेशनल पार्क, मानस नेशनल पार्क और पोबित्रा वाइल्डलाइफ सैंग्च्यूरी में भी हालात तेज़ी से बिगड़ रहे हैं. राज्य सरकार के मुताबिक अब तक 70 जानवर बाढ़ में डूब चुके हैं. इनमें एक गैंडे के अलावा बड़ी तादाद में हिरन शामिल हैं. वाइल्डलाइफ को हुए नुकसान का जायज़ा लेने के लिए राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री परिमल शुक्लावैद्य इन पार्कों के दौरे पर निकल गए हैं.
23 districts of Assam affected due to flood. Population of 14,93,508 affected, death toll due to flood stands at 27 after 3 deaths were reported in Barpeta (2) and Dibrugarh (1) on June 30. 25,461 people staying in 265 relief camps: Assam State Disaster Management Authority pic.twitter.com/1dsfoirErm
— ANI (@ANI) June 30, 2020
असम में बारिश और बाढ़ का कहर मई के आख़िरी हफ्ते से जारी है. राज्य के निचले हिस्से में कई मौतें 22 मई के बाद दर्ज हुईं. इसी दौरान 2 जून में बाराक वैली में भारी बारिश के बाद लैंडस्लाइड में 23 लोग मारे गए. राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक बाढ़ और लैंडस्लाइड की चपेट में आने से अब तक 50 लोग मारे जा चुके हैं. सबसे ज़्यादा तबाही बरपेटा, साउथ सलमारा, नलबाड़ी, मोरीगांव और गोआलपाड़ा में दर्ज की गई है. इस आपदा ने असम में कृषि से जुड़े लोगों की कमर तोड़ दी है. तक़रीबन 20 लाख पशुधन बाढ़ से प्रभावित हुए हैं जबकि 75 हज़ार हेक्टेयर से ज़्यादा खेती की ज़मीन पानी में डूबी है. राज्य में ब्रह्मपुत्र समेत सभी बड़ी नदियां ख़तरे के निशान के ऊपर बह रही हैं जिसकी वजह से सड़कों और पुलों को भी काफी नुकसान हुआ है. बाढ़ के चलते काज़ीरंगा नेशनल पार्क, मानस नेशनल पार्क और पोबित्रा वाइल्डलाइफ सैंग्च्यूरी में भी हालात तेज़ी से बिगड़ रहे हैं. राज्य सरकार के मुताबिक अब तक 70 जानवर बाढ़ में डूब चुके हैं. इनमें एक गैंडे के अलावा बड़ी तादाद में हिरन शामिल हैं. वाइल्डलाइफ को हुए नुकसान का जायज़ा लेने के लिए राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री परिमल शुक्लावैद्य इन पार्कों के दौरे पर निकल गए हैं.
Pobitora Wildlife Sanctuary, Kaziranga National Park&Manas National Park affected due to flood which hit at least 23 dists of Assam this yr. Pankaj Chakraborty,State Disaster Mgmt Authority says, "As per y'day's report,out of 183 wildlife camps, 70 inundated&2 evacuated." (30.06) pic.twitter.com/q6jYkk8ouc
— ANI (@ANI) June 30, 2020
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