हरियाणा: वेस्ट प्लास्टिक बोतल के बदले मिल रहा दूध, दही और ब्रेड
प्लास्टिक लाने पर दूध, दही और ब्रेड फ्री। सुनने में ये आपको ज़रूर अजीब लगे पर हरियाणा के पंचकूला शहर में ऐसा ही कुछ हो रहा है। दरअसल, नगर निगम ने शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए प्लास्टिक के बदले खान-पीने की चीज़े देने का फैसला किया हैं। लक्ष्य है शहर को चमकाना और प्लास्टिक कचरे की रीसाइक्लिंग।
देश के कई शहरों में स्वच्छता के मामले में एक दूसरे से होड़ लगी हुई है। इसके चलते नए नए प्रयोग देखने को मिल रहे है। ऐसा ही एक अनोखा प्रयोग किया जा रहा है हरियाणा के पंचकूला में जहां नगर निगम ने साल 2020 में शहर को स्वच्छ शहरों की श्रेणी में लाने के लिए वेस्ट एक्सचेंज प्रोग्राम की शुरुआत की है।
इस प्रोग्राम के तहत शहर में 4 वीटा बूथ बनाए हैं। लोग इन बूथों पर दस प्लास्टिक बोतल देने के बदले एक आधा लीटर पैकेट दूध और पांच सौ ग्राम प्लास्टिक के बदले 2 सौ ग्राम दही बिलकुल मुफ्त ले सकते है।और तो और 5 प्लास्टिक बोतल या पांच सौ ग्राम प्लास्टिक के बदले एक पैकेट ब्रैड या जूस भी दिया जा रहा हैं। पंचकूला नगर निगम के एग्जिक्यूटिव कमिश्नर का कहना है कि एक्सचेंज प्रोग्राम का अच्छा रिस्पॉस मिल रहा हैं और आगे इसे शहर के बाकी हिस्सों में भी शुरु करने की योजना का काम चल रहा है। वीडियो देखिये कुछ वक्त पहले सामने आई WWF की रिपोर्ट में सामने आया है कि हर साल एक आम इंसान 1 मिलीमीटर के छोटे प्लास्टिक के टुकडे निगल रहा है. यानी 1 लाख 20 हजार दुनियाभर में लोग एक हफ्ते में प्लॉस्टिक के एक लाख 7 सौ से ज्यादा कण पानी के जरिए, 1 लाख 82 हजार शैल फिश के जरिए, 11 नमक और 10 बीयर के जरिए निगल रहा है। सांस लेने से भी माइक्रोप्लास्टिक शरीर के अंदर आ जाते है। कई जानकारों का कहना है ये प्लास्टिक के कण लोगो के स्वास्थ पर बुरा असर डालते है।
इस प्रोग्राम के तहत शहर में 4 वीटा बूथ बनाए हैं। लोग इन बूथों पर दस प्लास्टिक बोतल देने के बदले एक आधा लीटर पैकेट दूध और पांच सौ ग्राम प्लास्टिक के बदले 2 सौ ग्राम दही बिलकुल मुफ्त ले सकते है।और तो और 5 प्लास्टिक बोतल या पांच सौ ग्राम प्लास्टिक के बदले एक पैकेट ब्रैड या जूस भी दिया जा रहा हैं। पंचकूला नगर निगम के एग्जिक्यूटिव कमिश्नर का कहना है कि एक्सचेंज प्रोग्राम का अच्छा रिस्पॉस मिल रहा हैं और आगे इसे शहर के बाकी हिस्सों में भी शुरु करने की योजना का काम चल रहा है। वीडियो देखिये कुछ वक्त पहले सामने आई WWF की रिपोर्ट में सामने आया है कि हर साल एक आम इंसान 1 मिलीमीटर के छोटे प्लास्टिक के टुकडे निगल रहा है. यानी 1 लाख 20 हजार दुनियाभर में लोग एक हफ्ते में प्लॉस्टिक के एक लाख 7 सौ से ज्यादा कण पानी के जरिए, 1 लाख 82 हजार शैल फिश के जरिए, 11 नमक और 10 बीयर के जरिए निगल रहा है। सांस लेने से भी माइक्रोप्लास्टिक शरीर के अंदर आ जाते है। कई जानकारों का कहना है ये प्लास्टिक के कण लोगो के स्वास्थ पर बुरा असर डालते है।
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