'चीन' कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में कैसे कामयाब हुआ ?
दुनियाभर में फैल चुके कोरोना वायरस संक्रमण को चीन ने कैसे क़ाबू किया ? इसको लेकर गोन्यूज़ के एडिटर-इन-चीफ पंकज पचौरी ने विश्लेषण किया है और बताया है कि कोरोना के केन्द्र रहे चीन ने कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने में कैसे कामयाबी पाई…
कोरोना का केन्द्र रहा चीन दुनिया में सबसे ज़्यादा आबादी वाला देश है। कोरोना वायरस की शुरुआत देश के वुहान शहर से हुई है। देश में सबसे कि सबसे ज़्यादा मामले हुबेई और वुहान में ही सामने आए थे। आंकड़ों पर ग़ौर किया जाए तो इन दोनों राज्यों में 68,135 कोरोना मरीज़ों की पुष्टि हुई और इनमें 4,512 मरीज़ों की मौत हो गई। जबकि देश के अन्य राज्यों में जिनमें हॉन्ग-कॉन्ग भी शामिल है, 19,942 कोरोना मरीज़ मिले और 156 मरीज़ों की मौत हुई।
जबकि दुनिया के अन्य देशों में संक्रमित मरीज़ों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इनमें ब्राज़ील में अब भी रोज़ एक हज़ार से ज़्यादा मरीज़ों की मौत हो रही है। वहीं अमेरिका में मौत के आंकड़ों में कमी आई है और रूस में संक्रमित मरीज़ों की मौत भी कम हो रही है। अगर देखा जाए तो कोरोना के केन्द्र चीन में महज़ एक-दो लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो रही है। चीन में ट्रैवल पर लगाई गई पाबंदी कोरोना संक्रमण को रोकने में सबसे ज़्यादा मददगार साबित हुई है। चीनी सरकार ने डोमेस्टिक फ्लाइट पर जनवरी में ही पाबंदी लगा दी थी। यही वजह है कि हुबेई और वुहान से लोग देश के अन्य हिस्सों में नहीं जा पाए, जिसकी वजह से देश में कोरोना का प्रसार इन्हीं दो राज्यों में सिमट कर रह गया।
जबकि दुनिया के अन्य देशों में संक्रमित मरीज़ों की मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। इनमें ब्राज़ील में अब भी रोज़ एक हज़ार से ज़्यादा मरीज़ों की मौत हो रही है। वहीं अमेरिका में मौत के आंकड़ों में कमी आई है और रूस में संक्रमित मरीज़ों की मौत भी कम हो रही है। अगर देखा जाए तो कोरोना के केन्द्र चीन में महज़ एक-दो लोगों की कोरोना की वजह से मौत हो रही है। चीन में ट्रैवल पर लगाई गई पाबंदी कोरोना संक्रमण को रोकने में सबसे ज़्यादा मददगार साबित हुई है। चीनी सरकार ने डोमेस्टिक फ्लाइट पर जनवरी में ही पाबंदी लगा दी थी। यही वजह है कि हुबेई और वुहान से लोग देश के अन्य हिस्सों में नहीं जा पाए, जिसकी वजह से देश में कोरोना का प्रसार इन्हीं दो राज्यों में सिमट कर रह गया।
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