एयर चीफ मार्शल राकेश भदौरिया लेह पहुंचे, गलवान घाटी के आसपास सरगर्मी बढ़ी
गलवान वैली में भारत-चीन सीमा पर हिंसक झड़प के बाद वायुसेना चीफ राकेश भदौरिया लेह पहुंच गए हैं जो वायुसेना की तैयारियों का जायज़ा लेंगे. लद्दाख़ के आसमान में वायुसेना के फाइटेर जेट और हेलिकॉप्टर उड़ रहे हैं और यहां सरगर्मी अचानक से तेज़ हो गई है. एयर चीफ मार्शल राकेश भदौरिया ने 15-16 जून की रात हुई हिंसक झड़प के अगले दिन 17 जून को भी लेह का दौरा किया था.
समाचार एजेंसी एएनआई ने सरकारी सूत्रों के हवाले से बताया है कि पूर्वी लद्दाख में लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल के पास चीन ने 10 हज़ार से ज़्यादा सैनिक तैनात किए हैं। ऐसे में एयर चीफ मार्शल ने किसी भी हालात से निपटने की ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया है.
पिछले दौरे में एयर चीफ मार्शल 17 जून को लेह पहुंचे थे और 18 जून को श्रीनगर एयरबेस का दौरा किया था. ये दोनों एयरबेस पूर्वी लद्दाख इलाके के आस-पास हैं और चीन के ख़िलाफ कार्रवाई में ये दोनों एयरबेस बेहद अहम है. पहाड़ी इलाकों में किसी भी तरह के ऑपरेशन की ज़रूरत पड़ने पर लेह और श्रीनगर एयरबेस का ही इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही, चीन की सैन्य तैयारियों को देखते हुए वायुसेना के 30 एमकेआई, मिराज 2000 और जगुआर लड़ाकू विमानों को एयरबेस तक पहुंचाया गया है. इसके अलावा हाल ही में खरीदे गए अमेरिकी हेलिकॉप्टर अपाचे की भी तैनाती की गई है. सैनिकों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए चिनूक हेलीकॉप्टर को भी लेह एयरबेस के करीब तैनात किया गया है। इसके अलावा सैन्य सामानों की ढुलाई के लिए एमआई-17 वी5 मीडियम-लिफ्ट हेलिकॉप्टर की भी तैनाती हुई है। वीडियो देखिए लद्दाख और तिब्बत इलाकों में सभी एयरबेस अलर्ट पर हैं। इनमें लेह, श्रीनगर, अवंतिपुर, बरेली, आदमपुर, लुधियाना के हलवारा, अंबाला और सिरसा एयरबेस पर भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों को अलर्ट पर रखा गया है। यही नहीं, भारतीय वायुसेना ने चीनी हेलीकॉप्टर के भारतीय एयर स्पेस के उल्लंघन करने की कोशिश के बाद वहां Su-30 कॉम्बाट विमान को तैनात कर रखा है।
पिछले दौरे में एयर चीफ मार्शल 17 जून को लेह पहुंचे थे और 18 जून को श्रीनगर एयरबेस का दौरा किया था. ये दोनों एयरबेस पूर्वी लद्दाख इलाके के आस-पास हैं और चीन के ख़िलाफ कार्रवाई में ये दोनों एयरबेस बेहद अहम है. पहाड़ी इलाकों में किसी भी तरह के ऑपरेशन की ज़रूरत पड़ने पर लेह और श्रीनगर एयरबेस का ही इस्तेमाल किया जाएगा. साथ ही, चीन की सैन्य तैयारियों को देखते हुए वायुसेना के 30 एमकेआई, मिराज 2000 और जगुआर लड़ाकू विमानों को एयरबेस तक पहुंचाया गया है. इसके अलावा हाल ही में खरीदे गए अमेरिकी हेलिकॉप्टर अपाचे की भी तैनाती की गई है. सैनिकों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए चिनूक हेलीकॉप्टर को भी लेह एयरबेस के करीब तैनात किया गया है। इसके अलावा सैन्य सामानों की ढुलाई के लिए एमआई-17 वी5 मीडियम-लिफ्ट हेलिकॉप्टर की भी तैनाती हुई है। वीडियो देखिए लद्दाख और तिब्बत इलाकों में सभी एयरबेस अलर्ट पर हैं। इनमें लेह, श्रीनगर, अवंतिपुर, बरेली, आदमपुर, लुधियाना के हलवारा, अंबाला और सिरसा एयरबेस पर भारतीय वायु सेना के लड़ाकू विमानों को अलर्ट पर रखा गया है। यही नहीं, भारतीय वायुसेना ने चीनी हेलीकॉप्टर के भारतीय एयर स्पेस के उल्लंघन करने की कोशिश के बाद वहां Su-30 कॉम्बाट विमान को तैनात कर रखा है।
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