करतारपुर साहिब गुरुद्वारा श्रद्धालुओं का स्वागत करने के लिए तैयार, इमरान ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें कीं शेयर
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने सोशल मीडिया पर करतारपुर साहिब गुरुद्वारा की शानदार तस्वीरें शेयर की हैं. तस्वीरों में पीली रंग की रोशनी में नहाया गुरुद्वारा करतारपुर साहिब बेहद दिलकश लग रहा है. उन्होंने ट्वीट किया कि गुरुनानक जी के 550वें जन्मदिन पर मनाए जाने वाले जश्न के लिए करतारपुर कॉरिडोर को रिकॉर्ड वक्त में तैयार करने के लिए मैं अपनी सरकार को बधाई देता हूं. पाक पीएम ने एक और ट्वीट किया कि सिख श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए करतारपुर तैयार है।
करतारपुर गुरुद्वारा भारत के गुरदासपुर ज़िले में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से तकरीबन 6 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के नरोवाल जिले में है. भारतीय सीमा में करतारपुर कॉरिडोर दो किलोमीटर है जबकि तकरीबन 4 किलोमीटर पाकिस्तान की सीमा के भीतर है. करतारपुर में ही बाबा गुरुनानक देव ने अपनी ज़िंदगी का अंतिम समय बिताया था लेकिन बंटवारे के बाद सिख श्रद्धालुओं का यहां पहुंचना बेहद मुश्किल हो गया था. बंटवारे के 72 साल बाद सिख श्रद्धालुओं के लिए दर्शन करना आसान हुआ है. नौ नवंबर को भारत से करतारपुर जाने वाले जत्थे में पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी शामिल हैं।
इससे पहले इमरान खान ने भारतीय सिख श्रद्धलुओं के लिए दो बड़ी छूट का ऐलान किया था. उन्होंने कहा था कि भारतीय सिख श्रद्धलुओं को करतारपुर आने के लिए पासपोर्ट और 10 दिन पहले रजिस्ट्रेशन कराने की ज़रूरत नहीं होगी. श्रद्धालुओं के लिए पहले दिन मुफ़्त यात्रा का इंतज़ाम किया गया है.I want to congratulate our govt for readying Kartarpur, in record time, for Guru Nanak jee's 550th birthday celebrations. pic.twitter.com/dwrqXLan2r
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) November 3, 2019
For Sikhs coming for pilgrimage to Kartarpur from India, I have waived off 2 requirements: i) they wont need a passport - just a valid ID; ii) they no longer have to register 10 days in advance. Also, no fee will be charged on day of inauguration & on Guruji's 550th birthday
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) November 1, 2019
करतारपुर गुरुद्वारा भारत के गुरदासपुर ज़िले में डेरा बाबा नानक गुरुद्वारा से तकरीबन 6 किलोमीटर दूर पाकिस्तान के नरोवाल जिले में है. भारतीय सीमा में करतारपुर कॉरिडोर दो किलोमीटर है जबकि तकरीबन 4 किलोमीटर पाकिस्तान की सीमा के भीतर है. करतारपुर में ही बाबा गुरुनानक देव ने अपनी ज़िंदगी का अंतिम समय बिताया था लेकिन बंटवारे के बाद सिख श्रद्धालुओं का यहां पहुंचना बेहद मुश्किल हो गया था. बंटवारे के 72 साल बाद सिख श्रद्धालुओं के लिए दर्शन करना आसान हुआ है. नौ नवंबर को भारत से करतारपुर जाने वाले जत्थे में पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी शामिल हैं।
Latest Videos