पीएम मोदी के भाषण पर आपत्ति जताने वाले चुनाव आयुक्त अशोक लवासा की पत्नि को इनकम टैक्स का नोटिस
2019 के आमचुनाव में चुनाव आयोग ने आचार संहिता उल्लंघन के मामले में पीएम नरेंद्र मोदी को क्लीनचिट दी थी जिसपर एक चुनाव आयुक्त अशोक लवासा ने आपत्ति जताई थी. अब आयकर विभाग ने उनकी पत्नी नोवेल लवासा को टैक्स चोरी के मामले में नोटिस जारीकर पूछताछ की है.
आयकर विभाग ने नोवेल लवासा से 10 कंपनियों में बतौर डायरेक्टर और उनकी इनकम और प्रॉफ़िट से जुड़े सवाल पूछे. आयकर विभाग की जांच बीते पांच साल में नोवेल लवासा की ओर से दाख़िल इनकम टैक्स रिटर्न के इर्दगिर्द घूम रही है.
इस संबंध में नोवेल लवासा ने एक बयान भी जारी किया है. अपनी सफ़ाई में उन्होंने कहा, ‘पेंशन और अन्य स्रोतों से होने वाली आमदनी पर आयकर क़ानूनों के हिसाब से लागू पूरा टैक्स मैंने अदा किया है. यह साफ़ किया जाता है कि 28 साल तक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बतौर क्लास अधिकारी सेवा देने और बैंकिंग क्षेत्र में बड़ा अनुभव होने के नाते, कुछ कंपनियों में स्वतंत्र निदेशक के साथ-साथ मेरी पेशेवर गतिविधियां जारी हैं. 5 अगस्त से इनकम टैक्स से मिली सभी नोटिसों का मैंने जवाब दिया है और विभाग की ओर जारी प्रक्रिया में पूरा सहयोग कर रही हूं. वीडिये देखिये हालांकि इस नोटिस के बाद तरह-तरह की अटकलें तेज़ हो गई हैं. कहा जा रहा है कि नोवेल लवासा को नोटिस इसलिए भेजा गया है क्योंकि वो वरिष्ठ नौकरशाह अशोक लवासा की पत्नी हैं जिन्होंने 2019 के आमचुनाव के दौरान पीएम मोदी को उनके भाषणों पर क्लिनचिट देने पर आपत्ति जताई थी. मोदी सरकार पर ये आरोप बार-बार लगता है कि अपने विरोधियों पर लगाम कसने के लिए वह सीबीआई, ईडी और आईटी जैसी तमाम कंपनियों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फ़ायदों के लिए करती है.
इस संबंध में नोवेल लवासा ने एक बयान भी जारी किया है. अपनी सफ़ाई में उन्होंने कहा, ‘पेंशन और अन्य स्रोतों से होने वाली आमदनी पर आयकर क़ानूनों के हिसाब से लागू पूरा टैक्स मैंने अदा किया है. यह साफ़ किया जाता है कि 28 साल तक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में बतौर क्लास अधिकारी सेवा देने और बैंकिंग क्षेत्र में बड़ा अनुभव होने के नाते, कुछ कंपनियों में स्वतंत्र निदेशक के साथ-साथ मेरी पेशेवर गतिविधियां जारी हैं. 5 अगस्त से इनकम टैक्स से मिली सभी नोटिसों का मैंने जवाब दिया है और विभाग की ओर जारी प्रक्रिया में पूरा सहयोग कर रही हूं. वीडिये देखिये हालांकि इस नोटिस के बाद तरह-तरह की अटकलें तेज़ हो गई हैं. कहा जा रहा है कि नोवेल लवासा को नोटिस इसलिए भेजा गया है क्योंकि वो वरिष्ठ नौकरशाह अशोक लवासा की पत्नी हैं जिन्होंने 2019 के आमचुनाव के दौरान पीएम मोदी को उनके भाषणों पर क्लिनचिट देने पर आपत्ति जताई थी. मोदी सरकार पर ये आरोप बार-बार लगता है कि अपने विरोधियों पर लगाम कसने के लिए वह सीबीआई, ईडी और आईटी जैसी तमाम कंपनियों का इस्तेमाल अपने राजनीतिक फ़ायदों के लिए करती है.
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