करतारपुर कॉरिडोर पर भारत-पाकिस्तान के बीच बनी बात, एक दिन में 5000 श्रद्धालु जा सकते हैं करतारपुर साहिब
करतारपुर कॉरिडोर पर भारत-पाकिस्तान के बीच अंतिम समझौता भी हो गया. दोनों देशों के नुमाइंदों ने zero point पर पहुंचकर समझौते पर दस्तख़त कर दिए. दोनों देशों के बीच उद्धघाटन की तारीख और श्रद्धालुओं से ली जाने वाली फ़ीस को लेकर मतभेद थे जिसे सुलझा लिया गया है. पाकिस्तान सिख श्रद्धालुओं को फ्री वीज़ा एक्सेस देगा लेकिन 20 डॉलर का सेवा शुल्क लेगा. इस कॉरिडोर का उद्धघाटन 9 नंवबर को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।
समझौते के बाद गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव SCL Das ने बताया कि श्रद्धालुओं को कौन कौन से ज़रूरीू दस्तावेज़ लेकर जाने होंगे।
समझौत के मुताबिक एक दिन में भारत से 5000 श्रद्धालु करतारपुर साहिब में मत्था टेकने जा सकते है जिन्हें शाम तक भारतीय सीमा में वापस आना होगा। पाकिस्तान श्रद्धालुओं से सेवा शुल्क के तौर पर हर श्रद्धालु से 20 Dollar यानि 1400 रुपये लेगा जिससे उसकी हर महीने लगभग 21 करोड़ रुपये की कमाई होगी. वीडियो देखिये करतारपुर कॉरिडोर के उद्धाटन से पहले ही 5 नंवबर को 2500 सिख श्रद्धालुओं का पहला जत्था और 6 नवंबर दूसरा जत्था ननकाना साहिब जाएगा जहां बाबा नानक की 550वीं जयंती की तैयारियां चल रही हैं. ननकाना साहिब से ये जत्था 13 नवंबर को भारत लौटेगा.
समझौत के मुताबिक एक दिन में भारत से 5000 श्रद्धालु करतारपुर साहिब में मत्था टेकने जा सकते है जिन्हें शाम तक भारतीय सीमा में वापस आना होगा। पाकिस्तान श्रद्धालुओं से सेवा शुल्क के तौर पर हर श्रद्धालु से 20 Dollar यानि 1400 रुपये लेगा जिससे उसकी हर महीने लगभग 21 करोड़ रुपये की कमाई होगी. वीडियो देखिये करतारपुर कॉरिडोर के उद्धाटन से पहले ही 5 नंवबर को 2500 सिख श्रद्धालुओं का पहला जत्था और 6 नवंबर दूसरा जत्था ननकाना साहिब जाएगा जहां बाबा नानक की 550वीं जयंती की तैयारियां चल रही हैं. ननकाना साहिब से ये जत्था 13 नवंबर को भारत लौटेगा.
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