अप्रैल के मुक़ाबले मई में भारतीयों ने ज़्यादा पैसा विदेश भेजा: आरबीआई
देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3 जुलाई को रिकॉर्ड 513.25 अरब डॉलर पर पहुंच गया। रिज़र्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक इससे पहले 26 जून को विदेशी मुद्रा भंडार 1.27 अरब डॉलर बढ़कर 506.84 अरब डॉलर पर पहुंचा था. विदेशों में जमा पूंजी 5 जून को 500 अरब डॉलर का आंकड़ा पार किया था। तब यह पूंजी 8.22 अरब डॉलर की जोरदार बढ़ोत्तरी के साथ 501.70 अरब डॉलर पहुंचा था।
इसकी सबसे बड़ा वजह थी कि लॉकडाउन में आर्थिक गतिविधियां ठप होने के चलते ईंधन की खपत घट गई थी और सरकार ने तेल कंपनियों को विदेशी मुद्रा में भुगतान नहीं किया था। लेकिन इसके अलावा अन्य वजहें भी हैं जिसकी वजह विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। पिछले साल भारतीयों ने 18 हज़ार 760.69 मिलियन डॉलर बाहर भेजे थे जिनमें कोरोना महामारी की वजह से भारी गिरावट दर्ज की जा रही है।
आरबीआई के आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल मई महीने में भारतीयों ने 1,486.06 मिलियन डॉलर विदेश भेजे थे जो इस साल भारी गिरावट के साथ 617.62 मिलियन डॉलर पर आ गया है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल मई महीने में भारतीयों ने 568.28 मिलियल अमेरिकी डॉलर अंतरराष्ट्रीय पर्यटन पर ख़र्च किया जो इस साल मई में घटकर 157.76 मिलियल डॉलर रह गया है। रिपोर्ट के मुताबिक़ हर महीने तकरीबन 20 लाख भारतीय विदेश यात्रा पर जाते हैं। वहीं विदेशों में पढ़ाई कर रहे बच्चों को भारतियों ने पिछले साल मई में 334.39 मिलियन डॉलर भेजे थे जो अब इस साल मई महीने में घटकर 155.85 मिलियन डॉलर पर आ गया है। आंकड़ों बताते हैं कि साल 2018 में सात लाख भारतीय छात्र विदेशों में पढ़ रहे थे। हर साल भारतीय विदेशों में रहने वाले अपने रिश्तेदारों को भी पैसे भेजते हैं। पिछले साल मई में भारतीयों ने 300.03 मिलियन डॉलर विदेशों में रह रहे अपने रिश्तेदारों को भेजे जो इस साल लगभग आधे पर आ गया है। आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक़ इस साल मई में भारतीयों ने 150.75 मिलियन डॉलर विदेशों में रह रहे अपने रिश्तेदारों को भेजे हैं। हालांकि अप्रैल 2020 के हिसाब से मई महीने में बेहतरी देखी गई है। यह जून में बरकरार रहेगी, यह कहना मुश्किल है क्योंकि विदेशों में कॉलेज बंद हैं और विदेशों उड़ानों पर पाबंदी जारी है। लेकिन हर साल लोग विदेशों में रह रहे अपने चाहने वालों को तोहफे, इलाज के लिए पैसे, डोनेशन और विदेशों में इंवेस्टमेंट भी करते हैं, जिनमें कोरोना की वजह से लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
Also Read:
आरबीआई के आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल मई महीने में भारतीयों ने 1,486.06 मिलियन डॉलर विदेश भेजे थे जो इस साल भारी गिरावट के साथ 617.62 मिलियन डॉलर पर आ गया है। आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल मई महीने में भारतीयों ने 568.28 मिलियल अमेरिकी डॉलर अंतरराष्ट्रीय पर्यटन पर ख़र्च किया जो इस साल मई में घटकर 157.76 मिलियल डॉलर रह गया है। रिपोर्ट के मुताबिक़ हर महीने तकरीबन 20 लाख भारतीय विदेश यात्रा पर जाते हैं। वहीं विदेशों में पढ़ाई कर रहे बच्चों को भारतियों ने पिछले साल मई में 334.39 मिलियन डॉलर भेजे थे जो अब इस साल मई महीने में घटकर 155.85 मिलियन डॉलर पर आ गया है। आंकड़ों बताते हैं कि साल 2018 में सात लाख भारतीय छात्र विदेशों में पढ़ रहे थे। हर साल भारतीय विदेशों में रहने वाले अपने रिश्तेदारों को भी पैसे भेजते हैं। पिछले साल मई में भारतीयों ने 300.03 मिलियन डॉलर विदेशों में रह रहे अपने रिश्तेदारों को भेजे जो इस साल लगभग आधे पर आ गया है। आरबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक़ इस साल मई में भारतीयों ने 150.75 मिलियन डॉलर विदेशों में रह रहे अपने रिश्तेदारों को भेजे हैं। हालांकि अप्रैल 2020 के हिसाब से मई महीने में बेहतरी देखी गई है। यह जून में बरकरार रहेगी, यह कहना मुश्किल है क्योंकि विदेशों में कॉलेज बंद हैं और विदेशों उड़ानों पर पाबंदी जारी है। लेकिन हर साल लोग विदेशों में रह रहे अपने चाहने वालों को तोहफे, इलाज के लिए पैसे, डोनेशन और विदेशों में इंवेस्टमेंट भी करते हैं, जिनमें कोरोना की वजह से लगातार गिरावट देखने को मिल रही है।
Latest Videos