इसरोे प्रमुख बोले, 'चंद्रयान मिशन 98 फीसदी तक कामयाब', पूर्व वैज्ञानिकों ने कहा-ये क्या मज़ाक है
इसरो की तमाम कोशिशों के बावजूद लैंडर विक्रम से संपर्क तो नहीं हुआ लेकिन इसकी कामयाबी को लेकर बार-बार किए जा रहे दावे पर मज़ाक ज़रूर बन गया है. सात सितंबर को लैंडर विक्रम को चांद की सतह पर उतरना था लेकिन इसरो इसमें नाकाम रहा था. तब इसरो प्रमुख के सिवन ने कहा था कि बेशक लैंडर विक्रम चांद की सतह पर सफलतापूर्वक नहीं उतर पाया लेकिन यह मिशन 95 फ़ीसदी तक कामयाब रहा है. मगर बीते शनिवार को उन्होंने यहां तक दावा कर दिया कि इसरो को इस मिशन में 98 फ़ीसदी तक कामयाबी मिल चुकी है.
मगर इसरो प्रमुख के सिवन के इस दावे पर वैज्ञानिकों ने ही सवाल उठाना शुरू कर दिए हैं. स्पेस एप्लीकेशन सेंटर अहमदाबाद के पूर्व निदेशक तपन मिश्रा ने सोशल मीडिया पर लिखा कि लीडर्स हमेशा प्रेरित करते हैं, वे प्रबंधन नहीं करते.
उन्होंने ये भी लिखा कि जब अचानक से नियमों को मानने का तामझाम बढ़ जाए, कागजी कार्यवाही और बैठकें ज्यादा होने लगे, घुमावदार बातें होने लगे तो ये मान लेना चाहिए कि आपके संस्थान में लीडरशिप अब दुर्लभ होता जा रहा है. तपन मिश्रा के अलावा भी कई वैज्ञानिकों ने कहा कि इस तरह की बयानबाज़ी से दुनिया में हमारा मज़ाक बनता है.
उन्होंने ये भी लिखा कि जब अचानक से नियमों को मानने का तामझाम बढ़ जाए, कागजी कार्यवाही और बैठकें ज्यादा होने लगे, घुमावदार बातें होने लगे तो ये मान लेना चाहिए कि आपके संस्थान में लीडरशिप अब दुर्लभ होता जा रहा है. तपन मिश्रा के अलावा भी कई वैज्ञानिकों ने कहा कि इस तरह की बयानबाज़ी से दुनिया में हमारा मज़ाक बनता है.
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