ग़ाज़ियाबाद में बदमाशों की गोली से ज़ख़्मी पत्रकार की मौत
ग़ाज़ियाबाद में बदमाशों की गोली से ज़ख़्मी हुए पत्रकार विक्रम जोशी की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई. उनका इलाज ग़ाज़ियाबाद के यशोदा अस्पताल में चल रहा था लेकिन सुबह चार बजे डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पत्रकार विक्रम जोशी को बदमाशों ने सोमवार रात तकरीबन साढ़े दस बजे गोली मारी थी. वारदात के वक़्त विक्रम के साथ उनकी भांजी और बेटी भी मौजूद थी जब बाइक से गिराकर बदमाशों ने उनसे मारपीट की और फिर गोली मार दी.
इससे पहले विक्रम ने बदमाशों के खिलाफ अपनी भांजी से छेड़छाड़ करने का मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन 16 जुलाई की तहरीर पर ग़ाज़ियाबाद पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी रही और फिर यह वारदात हो गई. पत्रकार के भाई अनिकेत जोशी ने बताया कि तीन दिन पहले आरोपी युवकों ने उनकी भांजी पर अश्लील कमेंट किये थे जिसको लेकर मारपीट भी हुई थी. रिपोर्ट कराने के बाद से ही आरोपी युवक लगातार धमकी दे रहे थे लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस वारदात से ठीक पहले कासगंज में बलात्कार के एक आरोपी ने पीड़िता और उसकी मां को ट्रैक्टर से कुचलकर मार डाला. इस मामले में भी पुलिस की ख़राब रवैया सामने आया है. इन वारदातों से पता चलता है कि बीजेपी शासित राज्य उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था का हाल क्या है. इस तरह के सनसनीखेज़ मामलों से पता चलता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में यूपी में हालात बद से बदतर हुए हैं.
ग़ाज़ियाबाद पुलिस ने इस मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है और छह लोगों को हिरासत में लिया है जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है। विक्रम के परिवार ने आरोपियों पर सख़्त कार्रवाई की मांग की है और उनका शव लेने से मना कर दिया है.Ghaziabad: Journalist Vikram Joshi passed away today. He was shot at in Vijay Nagar area on 20th July by unknown persons. Nine people have been arrested in the case so far. pic.twitter.com/GRKxogXDam
— ANI UP (@ANINewsUP) July 22, 2020
Some boys including Kamal-ud-Din’s son used to eve-tease my sister. It was her b'day when incident occured. My uncle was coming home with her when Kamal-ud-Din’s son attacked him&shot him. We'll not accept my uncle's body till main accused is caught: Journalist Vikram's nephew pic.twitter.com/IdDhXC9qnt
— ANI UP (@ANINewsUP) July 22, 2020
इससे पहले विक्रम ने बदमाशों के खिलाफ अपनी भांजी से छेड़छाड़ करने का मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन 16 जुलाई की तहरीर पर ग़ाज़ियाबाद पुलिस हाथ पर हाथ रखकर बैठी रही और फिर यह वारदात हो गई. पत्रकार के भाई अनिकेत जोशी ने बताया कि तीन दिन पहले आरोपी युवकों ने उनकी भांजी पर अश्लील कमेंट किये थे जिसको लेकर मारपीट भी हुई थी. रिपोर्ट कराने के बाद से ही आरोपी युवक लगातार धमकी दे रहे थे लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस वारदात से ठीक पहले कासगंज में बलात्कार के एक आरोपी ने पीड़िता और उसकी मां को ट्रैक्टर से कुचलकर मार डाला. इस मामले में भी पुलिस की ख़राब रवैया सामने आया है. इन वारदातों से पता चलता है कि बीजेपी शासित राज्य उत्तर प्रदेश में क़ानून व्यवस्था का हाल क्या है. इस तरह के सनसनीखेज़ मामलों से पता चलता है कि सीएम योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में यूपी में हालात बद से बदतर हुए हैं.
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