देशभर में लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा, पीएम मोदी ने अपने भाषण में और क्या-क्या कहा

by Shahnawaz Malik 4 years ago Views 179812

Lockdown extended across the country till May 3, w
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशव्यापी लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन बढ़ाने के लिए सभी राज्य सरकारों से निरंतर चर्चा की गई और उनके सुझावों को ध्यान में रखते हुए यह तय किया गया है कि लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाया जाए. पीएम मोदी ने कहा कि बढ़े हुए लॉकडाउन में भी अनुशासन का पालन उसी तरह करना होगा जैसे अभी तक करते आ रहे हैं.

देश में कोरोना के मरीज़ों की संख्या 10 हज़ार के पार पहुंच गई है. पीएम मोदी ने सभी देशवासियों से अपील की कि अब कोरोना को नए क्षेत्रों में नहीं फैलने देना है. उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर अब अगर एक भी मरीज़ बढ़ता है तो यह चिंता का विषय होना चाहिए. अगर कोरोना से मौत होती है तो इससे हमारी चिंता और बढ़नी चाहिए.


उन्होंने कहा कि हॉटस्पॉट को लेकर अब पहले से भी ज़्यादा सतर्कता बरतनी होगी. जिन स्थानों के हॉटस्पॉट में बदलने की आशंका है, उनपर निगरानी करनी होगी. नए हॉटस्पॉट बनने से रोकना होगा, वरना यह हमारी चुनौती को और बढ़ाएगा.

पीएम मोदी ने कहा कि अगले एक सप्ताह में सख़्ती और बढ़ाई जाएगी. 20 अप्रैल तक हर कस्बे, थाने, ज़िले और राज्य को बड़ी बारीक़ी से परखा जाएगा कि उस क्षेत्र में कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई कैसी चल रही है और ख़ुद को कोरोना से कितना बचाया है.

इसका मूल्यांकन लगातार किया जाएगा और जो क्षेत्र इस अग्निपरीक्षा में सफल होंगे, जो अपने यहां हॉटस्पॉट नहीं बढ़ने देंगे, वहां 20 अप्रैल से कुछ ज़रूरी चीज़ों की छूट दी जा सकती है. हालांकि बाहर निकलने की शर्त बेहद सख़्त होगी. अगर उल्लंघन होता है तो सारी छूट वापस ले ली जाएगी. इसलिए न खुद लापरवाही करनी है न किसी को लापरवाही करने देना है.

पीएम मोदी ने कहा कि 20 अप्रैल से मिलने वाली छूट ग़रीबों की आजीविका को ध्यान में रखकर किया गया है. उन्होंने कहा कि ग़रीबों की ज़िंदगी की मुश्किलें आसान करना उनके सर्वोच्च प्राथमिकता है. इस वक्त रबी की फसल की कटाई का काम जारी है. केंद्र और राज्य सरकार कोशिश कर रही है कि किसानों को कम से कम दिक्कत हो.

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पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के 10 हज़ार मरीज़ होने पर औसतन 1500-1600 बेड की ज़रूरत होती है लेकिन देश एक लाख बेड की व्यवस्था की जा चुकी है. छह सौ से अधिक अस्पताल कोविड-19 के लिए काम कर रहे हैं. इन सुविधाओं को और बढ़ाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि देश में दवा से लेकर राशन तक का पर्याप्त भंडार है. सप्लाई चेन की बाधाएं दूर की जा रही हैं. हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर के मोर्चे पर भी हम तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं. इस वक़्त 220 से ज़्यादा लैब टेस्टिंग का काम कर रही हैं.

पीएम मोदी ने देश के युवा वैज्ञानिकों से विशेष अपील की है कि विश्व कल्याण और मानव कल्याण के लिए आगे आए और कोरोना की वैक्सीन तैयार करने में जुटें.

पीएम मोदी ने अपने भाषण के आख़िर में सात मंत्र भी दिए और कहा कि इनका पालन करके कोरोना के ख़िलाफ़ जंग जीती जा सकती है.

1- अपने घर के बुज़ुर्गों का विशेष ध्यान रखेंगे. विशेषकर ऐसे लोग जिन्हें पुरानी बीमारी हो. उनके विशेष देखभाल करनी है. उन्हें कोरोना से बचाकर रखना है.

2- लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग की लक्ष्मण रेखा का पूरी तरह पालन करें. घर में बने फेसमास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें.

3- अपनी इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आयुष मंत्रालय के नियमों का पालन करें.

4- कोरोना संक्रमण का फैलाव रोकने के लिए आरोग्य सेतु मोबाइल एप ज़रूर डाउनलोड करें. दूसरों को भी एप्लीकेशन का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करें.

5- जितना हो सके, उतने ग़रीब परिवार की देखरेख करें. उनके भोजन की आवश्यकता पूरी करें.

6- अपने व्यवसाय, उद्योग में काम कर रहे लोगों के प्रति संवेदना रखें, किसी को नौकरी से न निकालें.

7- देश के कोरोना योद्धा डॉक्टर, नर्स, सफाईकर्मी, पुलिसकर्मी का सम्मान करें. आदरपूर्वक गौरव करें.

अपने भाषण के आख़िरी में पीएम मोदी ने फिर दोहराया कि पूरी निष्ठा के साथ 3 मई तक लॉकडाउन का पालन करें. जहां हैं वहीं रहें, सुरक्षित रहें.

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