सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त मामला: जांच रिपोर्ट के लिए ट्रायब्युनल कोर्ट पहुंचे आरोपी अधिकारी
जम्मू-कश्मीर के बडगाम जिले में अपने ही सैन्य हेलिकॉप्टर एमआई-17 को दुर्घटनाग्रस्त करने के आरोप में कोर्ट मार्शल झेल रहे वायु सेना के अधिकारियों ने आर्म्ड फोर्सेंज़ ट्रायब्युनल का दरवाज़ा खटखटाया है। आरोपी अधिकारियों ने ट्रायब्युनल से कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की रिपोर्ट साझा करने की मांग की है।
दरअसल, आमतौर पर ऐसे मामले में आरोपी के साथ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की रिपोर्ट साझा की जाती है लेकिन कोर्ट मार्शल झेल रहे अधिकारियों के साथ रिपोर्ट साझा नहीं की जा रही है। इंक्वायरी की रिपोर्ट साझा करना इसलिए भी ज़रूरी है ताकि आरोपी अपने बचाव के लिए वकील तैयार कर सकें। लेकिन इस मामले में राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए रिपोर्ट साझा करने पर रोक लगा दी गई है।
बता दें, हेलिकॉप्टर को दुर्घटनाग्रस्त करने के आरोप में दो अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था। इनमें ग्रुप कैप्टन सुमन रॉय चौधरी और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के इंचार्ज श्याम नथिनी शामिल है । लेकिन अब वायु सेना के दोनों अधिकारियों ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की रिपोर्ट के लिए प्रिंसिपल ट्रायब्युनल में अपील की है। घटना के दौरान सुमन रॉय चौधरी मुख्य परिचालन अधिकारी के तौर पर काम कर रहे थे। उन्होंने प्रिंसिपल ट्रायब्युनल से अपने ख़िलाफ़ कोर्ट मार्शल पर रोक लगाने और इंक्वायरी यानि जांच की रिपोर्ट साझा करने की मांग की है। वहीं एयर ट्रैफिक कंट्रोल में इन-चार्ज रहे श्याम नथिनी ने अपने ख़िलाफ़ लगे आरोपों को ख़त्म करने की मांग की है। बता दें कि पिछले साल फरवरी 2019 में भारत द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। उसी दौरान भारतीय वायु सेना का एक हेलिकॉप्टर एमआई-17 श्रीनगर के बडगाम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में वायु सेना के छह जवान शहीद हो गए थे और हादसे में एक आम आदमी की भी मौत हो गई थी।
बता दें, हेलिकॉप्टर को दुर्घटनाग्रस्त करने के आरोप में दो अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था। इनमें ग्रुप कैप्टन सुमन रॉय चौधरी और एयर ट्रैफिक कंट्रोल के इंचार्ज श्याम नथिनी शामिल है । लेकिन अब वायु सेना के दोनों अधिकारियों ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की रिपोर्ट के लिए प्रिंसिपल ट्रायब्युनल में अपील की है। घटना के दौरान सुमन रॉय चौधरी मुख्य परिचालन अधिकारी के तौर पर काम कर रहे थे। उन्होंने प्रिंसिपल ट्रायब्युनल से अपने ख़िलाफ़ कोर्ट मार्शल पर रोक लगाने और इंक्वायरी यानि जांच की रिपोर्ट साझा करने की मांग की है। वहीं एयर ट्रैफिक कंट्रोल में इन-चार्ज रहे श्याम नथिनी ने अपने ख़िलाफ़ लगे आरोपों को ख़त्म करने की मांग की है। बता दें कि पिछले साल फरवरी 2019 में भारत द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। उसी दौरान भारतीय वायु सेना का एक हेलिकॉप्टर एमआई-17 श्रीनगर के बडगाम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में वायु सेना के छह जवान शहीद हो गए थे और हादसे में एक आम आदमी की भी मौत हो गई थी।
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