मोदी और भागवत का राम मंदिर भूमिपूजन में शामिल होना कोरोना गाइडलाइन्स के विरुद्ध
अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए तमाम इंतज़ाम किये जा रहे है और कई जानी-मानी हस्तियों को निमंत्रण भेजा गया है। पहले भूमि पूजन के मेहमानों की लंबी-चौड़ी लिस्ट तैयार हुई थी कि जिसे कोरोना वायरस के चलते एक जगह इकट्ठे होने पर लगी रोक के चलते बहुत छोटा किया गया है। अब करीब 50 वीआईपी हैं जो 5 अगस्त के कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इसमें पीएम मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक प्रमुख मोहन भागवत, वीएचपी नेता तथा मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, राम जन्मभूमि न्यास के हेड महंत नृत्यगोपाल दास समेत अन्य लोग शामिल हैं।
लेकिन इन सब चीज़ो के बीच अगर कोरोना महामारी और उसके लिए स्वास्थय मंत्रालय के नियमों को देखा जाए तो इस समारोह में काफी कमियां है और कई कानूनों का उल्लंघन भी होने वाला है जिसमें नियम के अनुसार 65 वर्ष से ऊपर की उम्र वाले लोगों के लिए घर से बहार निकलने पर पाबंधी हैं लेकिन इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, एल.के. आडवाणी, और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जैसे बड़े नाम पहले अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह की लिस्ट में शामिल थे। अगर यह आयोजन जून में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा धार्मिक स्थलों के लिए जारी किए गए एसओपी का पालन करता है तो नई लिस्ट के बाद भी कई नाम हटाने पड़ सकते थे। एसओपी के अनुसार 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों, कॉमरेडिटी वाले व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं और 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को घर पर रहने की सलाह दी जाती है। लेकिन समारोह के लिए आमंत्रित भाजपा के पीतल - पीएम मोदी जिनकी उम्र 69 साल, मोहन भागवत 69 साल, आरएसएस के महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी 73 साल और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम कल्याण सिंह 88 साल की उम्र के है। इसके साथ सरकार ने अनलॉक 3.0 के दिशानिर्देश के तहत धार्मिक मंडलियों या बड़ी सभाओं पर भी पाबंधी लगाई हुई हैं और राम मंदिर में हाल ही में एक पुजारी और 14 पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमित पाया गया है जिसके बाद वहां खतरा और बढ़ जाता है।
लेकिन इन सब चीज़ो के बीच अगर कोरोना महामारी और उसके लिए स्वास्थय मंत्रालय के नियमों को देखा जाए तो इस समारोह में काफी कमियां है और कई कानूनों का उल्लंघन भी होने वाला है जिसमें नियम के अनुसार 65 वर्ष से ऊपर की उम्र वाले लोगों के लिए घर से बहार निकलने पर पाबंधी हैं लेकिन इसके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, एल.के. आडवाणी, और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत जैसे बड़े नाम पहले अयोध्या में राम मंदिर के भूमि पूजन समारोह की लिस्ट में शामिल थे। अगर यह आयोजन जून में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा धार्मिक स्थलों के लिए जारी किए गए एसओपी का पालन करता है तो नई लिस्ट के बाद भी कई नाम हटाने पड़ सकते थे। एसओपी के अनुसार 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगों, कॉमरेडिटी वाले व्यक्तियों, गर्भवती महिलाओं और 10 वर्ष से कम उम्र के बच्चों को घर पर रहने की सलाह दी जाती है। लेकिन समारोह के लिए आमंत्रित भाजपा के पीतल - पीएम मोदी जिनकी उम्र 69 साल, मोहन भागवत 69 साल, आरएसएस के महासचिव सुरेश भैयाजी जोशी 73 साल और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम कल्याण सिंह 88 साल की उम्र के है। इसके साथ सरकार ने अनलॉक 3.0 के दिशानिर्देश के तहत धार्मिक मंडलियों या बड़ी सभाओं पर भी पाबंधी लगाई हुई हैं और राम मंदिर में हाल ही में एक पुजारी और 14 पुलिसकर्मियों को कोरोना संक्रमित पाया गया है जिसके बाद वहां खतरा और बढ़ जाता है।
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