असम के छह डिटेंशन सेंटर में तीन हज़ार से ज़्यादा लोग बंद, एक निर्माणाधीन - गृह मंत्रालय
गृह मंत्रालय ने संसद को बताया है कि देश में छह डिटेंशन सेंटर चल रहे हैं जिनमें तीन हज़ार से ज़्यादा विदेशी नागरिक बंद हैं. इनके अलावा तीन हज़ार की क्षमता वाला एक नया डिटेंशन सेंटर गोआलपाड़ा में बनाया जा रहा है.
पीएम मोदी दिल्ली के रामलीला मैदान से दावा कर चुके हैं कि देश में एक भी डिटेंशन सेंटर नहीं है लेकिन संसद में पेश नया आंकड़ा पीएम मोदी के दावे के उलट है. लोकसभा में गृह मंत्रालय ने एक सवाल के जवाब में बताया कि सिर्फ असम में 6 डिटेंशन सेंटर चल रहे हैं जबकि 3000 हज़ार लोगों की क्षमता वाला एक डिटेंशन सेंटर निर्माणाधीन है. छह डिटेंशन सेंटर तेज़पुर, सिल्चर, डिब्रूगढ़, जोरहट, कोकराझार और गोआलपाड़ा में हैं. गृह मंत्रालय से यह सवाल बशीरहाट से टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने पूछा था.
गृहराज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि अभी तक असम में 3,331 लोगों को विदेशी क़रार दिया जा चुका है जिन्हें डिटेंशन सेंटर में रखा गया है. इनमें तेज़पुर में 797, सिल्चर में 479, डिब्रूगढ़ 680, जोरहट में 670, कोकराझार में 335 और गोआलपाड़ा में 370 लोग डिटेंशन सेंटर में बंद हैं. इनके अलावा गोआलपाड़ा में 3,000 लोगों की क्षमता वाला एक डिटेंशन सेंटर बनाया जा रहा है. गृहराज्य मंत्री ने यह भी बताया कि पिछले एक साल में तीन बार राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम डिटेंशन सेंटरों का दौरा कर चुकी हैं लेकिन इन्हें एनआरसी डिटेंशन सेंटर नहीं कहा जा सकता. यहां केवल उन्हीं लोगों को रखा गया है जोकि कानूनी प्रक्रिया के द्वारा विदेशी घोषित हो चुके हैं। आंकड़े यह भी बताते हैं कि डिटेंशन सेंटर में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है.
पीएम मोदी दिल्ली के रामलीला मैदान से दावा कर चुके हैं कि देश में एक भी डिटेंशन सेंटर नहीं है लेकिन संसद में पेश नया आंकड़ा पीएम मोदी के दावे के उलट है. लोकसभा में गृह मंत्रालय ने एक सवाल के जवाब में बताया कि सिर्फ असम में 6 डिटेंशन सेंटर चल रहे हैं जबकि 3000 हज़ार लोगों की क्षमता वाला एक डिटेंशन सेंटर निर्माणाधीन है. छह डिटेंशन सेंटर तेज़पुर, सिल्चर, डिब्रूगढ़, जोरहट, कोकराझार और गोआलपाड़ा में हैं. गृह मंत्रालय से यह सवाल बशीरहाट से टीएमसी सांसद नुसरत जहां ने पूछा था.
गृहराज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने बताया कि अभी तक असम में 3,331 लोगों को विदेशी क़रार दिया जा चुका है जिन्हें डिटेंशन सेंटर में रखा गया है. इनमें तेज़पुर में 797, सिल्चर में 479, डिब्रूगढ़ 680, जोरहट में 670, कोकराझार में 335 और गोआलपाड़ा में 370 लोग डिटेंशन सेंटर में बंद हैं. इनके अलावा गोआलपाड़ा में 3,000 लोगों की क्षमता वाला एक डिटेंशन सेंटर बनाया जा रहा है. गृहराज्य मंत्री ने यह भी बताया कि पिछले एक साल में तीन बार राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम डिटेंशन सेंटरों का दौरा कर चुकी हैं लेकिन इन्हें एनआरसी डिटेंशन सेंटर नहीं कहा जा सकता. यहां केवल उन्हीं लोगों को रखा गया है जोकि कानूनी प्रक्रिया के द्वारा विदेशी घोषित हो चुके हैं। आंकड़े यह भी बताते हैं कि डिटेंशन सेंटर में अब तक 29 लोगों की मौत हो चुकी है.
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