एनसीपी नेता अजित पवार फिर बनेंगे महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम
महाराष्ट्र में बीजेपी की 80 घंटे वाली सरकार में डिप्टी सीएम रहकर इस्तीफ़ा देने वाले अजित पवार एक बार फिर यह पद संभालने की तैयारी कर रहे हैं. राज्य की शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस वाली सरकार में अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाने पर सहमति बन गई है.
एनसीपी नेता अजित पवार अब उद्धव ठाकरे की महाराष्ट्र सरकार में उप मुख्यमंत्री बनने की तैयारी कर रहे हैं. शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस के गठबंधन वाली महाविकास अघाड़ी सरकार में अजित पवार के नाम पर सहमति बन गई है. एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ने भी अपने भतीजे अजित पवार के नाम पर मुहर लगा दी है. महाराष्ट्र सरकार के मंत्रीमंडल का विस्तार 30 दिसंबर को होगा. तब अजित पवार के अलावा कांग्रेस नेता अशोक चह्णाण और शिवसेना के सुनील प्रभु सहित दो दर्जन लोग मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं.
अजित पवार इससे पहले एक दिसंबर को उस वक़्त सुर्ख़ियों में आए गए थे जब उन्होंने एनसीपी से बग़ावत कर दी थी और महाराष्ट्र बीजेपी के साथ मिलकर डिप्टी सीएम के पद की शपथ ले ली थी. मगर महज़ 80 घंटे में विधायकों का जुटान नहीं होने के चलते उन्हें डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था. हालांकि एक बार फिर वह महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनने को तैयार हैं. हाल ही में हुए महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना वाले गठबंधन को बहुमत मिला था लेकिन सीएम पद की मांग के चलते शिवसेना ने गठबंधन तोड़ लिया था. इसके बाद शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के सहयोग से मिलकर सरकार बनाने की कोशिशों में जुट गई. मगर जब यह कोशिश अपने अंतिम दौर में थी, तभी अजित पवार रातोंरात बीजेपी से जा मिले. उन्होंने दावा किया कि एनसीपी विधायक भी उनके साथ हैं लेकिन बाद में सभी विधायक पार्टी सुप्रीमो शरद पवार के साथ खड़े नज़र आए थे.
अजित पवार इससे पहले एक दिसंबर को उस वक़्त सुर्ख़ियों में आए गए थे जब उन्होंने एनसीपी से बग़ावत कर दी थी और महाराष्ट्र बीजेपी के साथ मिलकर डिप्टी सीएम के पद की शपथ ले ली थी. मगर महज़ 80 घंटे में विधायकों का जुटान नहीं होने के चलते उन्हें डिप्टी सीएम के पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा था. हालांकि एक बार फिर वह महाराष्ट्र का डिप्टी सीएम बनने को तैयार हैं. हाल ही में हुए महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना वाले गठबंधन को बहुमत मिला था लेकिन सीएम पद की मांग के चलते शिवसेना ने गठबंधन तोड़ लिया था. इसके बाद शिवसेना एनसीपी और कांग्रेस के सहयोग से मिलकर सरकार बनाने की कोशिशों में जुट गई. मगर जब यह कोशिश अपने अंतिम दौर में थी, तभी अजित पवार रातोंरात बीजेपी से जा मिले. उन्होंने दावा किया कि एनसीपी विधायक भी उनके साथ हैं लेकिन बाद में सभी विधायक पार्टी सुप्रीमो शरद पवार के साथ खड़े नज़र आए थे.
Latest Videos