गुरदासपुर में सांसद सनी देओल को ढूंढ रहे लोगों ने लगाए गुमशुदगी के पोस्टर
अभिनेता से नेता बने बीजेपी सांसद सनी देओल केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के संसदीय क्षेत्र में श्रोताओं को अपनी फिल्मों के डायलॉग सुना रहे हैं. वहीं उनके अपने संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर में उनकी गुमशुदगी को लेकर जगह-जगह पोस्टर लग रहे हैं. यहां लोगों का कहना है कि चुनाव जीतने के बाद सनी देओल ने एक बार भी अपना चेहरा लोगों को नहीं दिखाया है.
पंजाब के गुरदासपुर से बीजेपी सांसद सनी देओल अपने संसदीय क्षेत्र से लापता हैं. लोग इस क़दर नाराज़ हैं कि गुरदासपुर में रेलवे स्टेशन से लेकर चौक चौराहों पर सनी देओल की गुमशुदगी के पोस्टर लग गए हैं. उनके बारे में तरह-तरह की बातें भी हो रही हैं कि चुनाव जीतने के बाद जब गुरुदासपुर आना नहीं था तो फिर यहां से चुनाव लड़ने की क्या ज़रूरत थी.
सबसे बड़ा सवाल है कि जब सनी देओल अपने संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर नहीं जाते और फिल्मों में भी नहीं दिख रहे तो फिर कहां हैं और क्या कर रहे हैं. तो पता यह चला है कि राष्ट्रीय युवा दिवस के मौक़े पर सनी देओल नितिन गडकरी के संसदीय क्षेत्र नागपुर में श्रोताओं को अपनी फिल्मों के डायलॉग सुना रहे थे. यहां सनी देओल लोगों से ये वादा भी कर रहे हैं कि उन्हें जितनी बार बुलाया जाएगा, वो उतनी नागपुर जाएंगे. वीडियो देखिये दूसरी तरफ उनके संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर के लोग हैं. यहां लोग शिक़ायत कर रहे हैं कि मई 2019 में चुनाव जीतने के बाद सनी देओल ने एक बार भी लोगों को अपना चेहरा नहीं दिखाया. सनी देओल के इस रवैये को लेकर पहले भी सवाल उठ चुके हैं. उन्होंने गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र में कामकाज देखने का पूरा अधिकार गुरप्रीत सिंह नाम के एक शख़्स को दे दिया था जिसपर जमकर हंगामा हुआ था. तब सवाल उठे थे कि अगर सारे अधिकार गुरप्रीत सिंह के ही पास होंगे तो फिर सनी देओल का सांसद होने का क्या फ़ायदा. सनी देओल की संसद में भी मौजूदगी बेहद कम रही है. लोकसभा के पहले सत्र में वो 9 दिन ही लोकसभा में देखे गए थे.
सबसे बड़ा सवाल है कि जब सनी देओल अपने संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर नहीं जाते और फिल्मों में भी नहीं दिख रहे तो फिर कहां हैं और क्या कर रहे हैं. तो पता यह चला है कि राष्ट्रीय युवा दिवस के मौक़े पर सनी देओल नितिन गडकरी के संसदीय क्षेत्र नागपुर में श्रोताओं को अपनी फिल्मों के डायलॉग सुना रहे थे. यहां सनी देओल लोगों से ये वादा भी कर रहे हैं कि उन्हें जितनी बार बुलाया जाएगा, वो उतनी नागपुर जाएंगे. वीडियो देखिये दूसरी तरफ उनके संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर के लोग हैं. यहां लोग शिक़ायत कर रहे हैं कि मई 2019 में चुनाव जीतने के बाद सनी देओल ने एक बार भी लोगों को अपना चेहरा नहीं दिखाया. सनी देओल के इस रवैये को लेकर पहले भी सवाल उठ चुके हैं. उन्होंने गुरदासपुर संसदीय क्षेत्र में कामकाज देखने का पूरा अधिकार गुरप्रीत सिंह नाम के एक शख़्स को दे दिया था जिसपर जमकर हंगामा हुआ था. तब सवाल उठे थे कि अगर सारे अधिकार गुरप्रीत सिंह के ही पास होंगे तो फिर सनी देओल का सांसद होने का क्या फ़ायदा. सनी देओल की संसद में भी मौजूदगी बेहद कम रही है. लोकसभा के पहले सत्र में वो 9 दिन ही लोकसभा में देखे गए थे.
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