कोरोना का हमला बढ़ने के बाद राज्यों में तैयारी बढ़ी, बिहार में ग़ैरहाज़िर डॉक्टरों पर कार्रवाई की तैयारी

by Shahnawaz Malik 4 years ago Views 3309

Preparations increased in states after Corona's at
चार हज़ार से ज़्यादा मामले सामने आने के बाद कोरोनावायरस के हमले का संकट देश में गहराता जा रहा है. तमाम राज्य सरकारें स्वास्थ्य सेवा का ढांचा दुरुस्त करने में लगी हुई हैं लेकिन हालात नाकाफ़ी मालूम पड़ते हैं.

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के मुताबिक राज्य सरकार ने रैपिड टेस्ट के लिए एक लाख किट का ऑर्डर दिया है. शुक्रवार से रैपिड टेस्ट का काम शुरू होगा. इसके अलावा 27 हज़ार पीपीई किट्स का भी ऑर्डर दिया गया है. दिल्ली में संक्रमित मरीज़ों की संख्या 500 के पार पहुंच गई है. दिल्ली स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट में 18 संक्रमित मरीज़ों की पहचान होने के बाद अस्पताल को बंद कर दिया गया है.


बिहार में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियों और राज्य सरकार के बीच टकराव बढ़ता जा रहा है. सेफ्टी गियर्स का इंतज़ाम नहीं होने के चलते डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी पर नहीं पहुंच रहे हैं. राज्य सरकार ने 76 डॉक्टरों और अन्य स्टाफ को नोटिस जारीकर पूछा है कि उनके ख़िलाफ डिज़ास्टर मैनेजमेंट एक्ट और एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्रवाई क्यों नहीं की जाए. इनके अलावा गैरहाज़िर रहने पर 122 स्टाफ पर कार्रवाई की तैयारी चल रही है.

यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के मुताबिक राज्य में कोरोना की जांच के लिए कुल 10 लैब हैं. राज्य के स्वास्थ्य ढांचे को दुरुस्त करने के लिए यूपी कोविड केयर फंड का भी इस्तेमाल किया जाएगा. राज्य में संक्रमित मरीज़ों की कुल संख्या 308 है.

जम्मू-कश्मीर के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक राज्य में कुल चार टेस्ट लैब हैं. इसके अलावा ढाई हज़ार आइसोलेशन बेड्स और एक हज़ार क्वारंटाइन बेड्स हैं. वित्त आयुक्त ने दावा किया है कि राज्य में पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट्स हैं. उन्होंने जल्द ही राज्य में रैपिड टेस्ट शुरू करने का भी ऐलान किया.

भुवनेश्वर में कोविड-19 के लिए एक हज़ार बेड वाला विशेष अस्पताल बनकर तैयार हो गया है. सीएम नवीन पटनायक ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिए इसका उद्घाटन भी कर दिया है. इसके अलावा राज्य सरकार ने नौ अप्रैल से सभी के लिए घर से बाहर निकलने पर मुंह और नाक ढंकना अनिवार्य कर दिया है. 

विशाखापट्टनम के नरसिपटनम एरिया हस्पताल में तैनात डॉक्टर सुधाकर राव का आरोप है कि उन्हें एक मास्क देकर कहा गया कि इसका इस्तेमाल 15 दिनों तक होना है. डॉक्टर राव ने पूछा कि क्या सरकार को ऐसा लगता है कि यहां कोरोना के संक्रमित मरीज़ नहीं पहुंचेंगे?

केरल के एर्नाकुलम ज़िले में वॉक इन सैंपल कियॉस्क बनाया गया है. यहां लोग ख़ुद पहुंचकर अपना सैंपल जांच के लिए रख सकते हैं. केरल उन राज्यों में शामिल है जहां कोरोना के मामले ज़्यादा हैं और पिनरई विजयन सरकार ने इसके ख़िलाफ़ जंग छेड़ रखी है.

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