आईएमपीएआर ने ईद-उल-ज़ुहा के लिए दिशानिर्देश जारी किए
मुस्लिम संगठन इंडियन मुस्लिम्स फॉर प्रोग्रेस एंड रिफॉर्म्स ने ईद-उल-ज़ुहा के लिए दिशानिर्देशों जारी किए है जिसमें लोगों से कोरोना महामारी को देखते हुए स्वास्थ्य, स्वच्छता और सार्वजनिक सुरक्षा बनाए रखने का आग्रह किया गया है।
आईएमपीएआर ने 16 दिशानिर्देश की लिस्ट जारी की है जिनमें मांग की गई हैं कि कुरबानी के नाम पर विवाद पैदा करने के प्रयासों की निंदा करने के साथ-साथ सामाजिक गड़बड़ी और सुरक्षा उपायों का पालन किया जाए।
संगठन ने कहा कि ईद-उल-जुहा जिसे आमतौर पर बकरीद-ईद के रूप में जाना जाता है 31 जुलाई को मनाए जाने की उम्मीद है जिसमें इस त्योहार पर कुरबानी की परंपरा है और इसलिए संवेदनशीलता शामिल है खासकर कोरोना के इस दौर में। आईएमपीएआर ने क़ुर्बानी के नाम पर विवाद पैदा करने के लिए कुछ लोगों के जानबूझकर या बनाई गई बातों की निंदा की और कहा की लोग सरकारी दिशानिर्देशों के उल्लंघन को लेकर या अपनी राजनीतिक संभावनाओं के ज़रिये से इसमें कूद रहे हैं। आईएमपीएआर ने पहले भी कोरोना, रमज़ान और ईद-उल-फ़ित्र के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे जिनका समुदाय के सदस्यों ने पालन किया था। इसी तरह इस बार भी संगठन ने आशा जताई की ये दिशानिर्देश और राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन के दिशानिर्देश का पालन किया जाए।
संगठन ने कहा कि ईद-उल-जुहा जिसे आमतौर पर बकरीद-ईद के रूप में जाना जाता है 31 जुलाई को मनाए जाने की उम्मीद है जिसमें इस त्योहार पर कुरबानी की परंपरा है और इसलिए संवेदनशीलता शामिल है खासकर कोरोना के इस दौर में। आईएमपीएआर ने क़ुर्बानी के नाम पर विवाद पैदा करने के लिए कुछ लोगों के जानबूझकर या बनाई गई बातों की निंदा की और कहा की लोग सरकारी दिशानिर्देशों के उल्लंघन को लेकर या अपनी राजनीतिक संभावनाओं के ज़रिये से इसमें कूद रहे हैं। आईएमपीएआर ने पहले भी कोरोना, रमज़ान और ईद-उल-फ़ित्र के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे जिनका समुदाय के सदस्यों ने पालन किया था। इसी तरह इस बार भी संगठन ने आशा जताई की ये दिशानिर्देश और राज्य सरकारों और स्थानीय प्रशासन के दिशानिर्देश का पालन किया जाए।
Latest Videos