CAA के खिलाफ शाहीन बाग में हुए प्रदर्शन में हवन के साथ क़ुरान, बाइबिल और गुरुबानी गाई गई
नागरिकता कानून के खिलाफ रविवार को भी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुआ। दिल्ली में शाहीन बाग और जामिया समेत कई जगहों में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। शाहीन बाग में प्रदर्शन के दौरान हवन के साथ क़ुरान भी पढ़ा गया और बाइबिल का पाठ भी हुआ। साथ ही गुरुबानी भी गाई गई।
नागरिकता कानून के खिलाफ देशभर के अलग-अलग हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों का दौर जारी है। रविवार को भी दिल्ली समेत देश के कई हिस्सों में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुआ। दिल्ली में शाहीन बाग और जामिया समेत कई जगहों में नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए।
शाहीन बाग में करीब एक महीने से नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। शाहीन बाग में प्रदर्शनकारी बीच सड़क पर 24 घंटे धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन को समाज के अलग-अलग लोगों का समर्थन मिल रहा है। रविवार को शाहीन बाग में कौमी एकता की मिशाल देखने को मिली। प्रदर्शन के दौरान हवन के साथ क़ुरान भी पढ़ा गया और बाइबिल का पाठ भी हुआ। साथ ही गुरुबानी भी गाई गई। वीडियो देखिये शाहीन बाग और जामिया में हुए प्रदर्शन में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर भी शामिल हुए और अपना समर्थन दिया। इस दौरान शशि थरूर ने धरना-प्रदर्शन कर रही महिलाओं को साहसी बताया। साथ ही नागरिकता कानून को अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि ये भारतीय लोकतंत्र पर धब्बा है। उधर नागरिकता कानून और NRC पर सोमवार को दिल्ली में विपक्षी पार्टियों की बड़ी बैठक है। इस बैठक में विपक्षी पार्टियां नागरिकता कानून और एनआरसी के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा करेगी। हालांकि विपक्ष की इस बड़ी बैठक में बीएसपी सुप्रीमो मायावती और टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी।
शाहीन बाग में करीब एक महीने से नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध प्रदर्शन चल रहा है। शाहीन बाग में प्रदर्शनकारी बीच सड़क पर 24 घंटे धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन को समाज के अलग-अलग लोगों का समर्थन मिल रहा है। रविवार को शाहीन बाग में कौमी एकता की मिशाल देखने को मिली। प्रदर्शन के दौरान हवन के साथ क़ुरान भी पढ़ा गया और बाइबिल का पाठ भी हुआ। साथ ही गुरुबानी भी गाई गई। वीडियो देखिये शाहीन बाग और जामिया में हुए प्रदर्शन में कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर भी शामिल हुए और अपना समर्थन दिया। इस दौरान शशि थरूर ने धरना-प्रदर्शन कर रही महिलाओं को साहसी बताया। साथ ही नागरिकता कानून को अलोकतांत्रिक बताते हुए कहा कि ये भारतीय लोकतंत्र पर धब्बा है। उधर नागरिकता कानून और NRC पर सोमवार को दिल्ली में विपक्षी पार्टियों की बड़ी बैठक है। इस बैठक में विपक्षी पार्टियां नागरिकता कानून और एनआरसी के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा करेगी। हालांकि विपक्ष की इस बड़ी बैठक में बीएसपी सुप्रीमो मायावती और टीएमसी अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शामिल नहीं होंगी।
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