उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मिड डे मील के भ्रष्ट्राचार के मामले में अव्वल

by Shahnawaz Malik 4 years ago Views 2625

RAMPANT CORRUPTION IN UP’S MID-DAY MEAL SCHEME
उत्तर प्रदेश में मिडडे मील योजना में भ्रष्टाचार कई बार उजागर हो चुके हैं. अब लोकसभा में पेश नए आंकड़ों से पता चला है कि मिडडे मील योजना में भ्रष्टाचार के मामले में यूपी की योगी सरकार पहले नंबर पर है.

मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मिडडे मील योजना में भ्रष्टाचार के आंकड़े पेश किए हैं. इसके मुताबिक बीते तीन साल में देश भर से मिडडे मील योजना में भ्रष्टाचार की 52 शिकायतें मिलीं, जिनमें सबसे ज़्यादा 14 शिक़ायतें उत्तर प्रदेश में दर्ज की गईं हैं. इनमें 2017 में सात, 2018 में तीन और 2019 में चार मामले दर्ज किए गए.


दूसरे नंबर पर बिहार है जहां 2017 से 2019 के बीच मिडडे मील में भ्रष्टाचार के 11 मामले दर्ज किए गए. वहीं भ्रष्टाचार के सात मामलों के साथ महाराष्ट्र तीसरे नंबर पर है.

आंकड़े यह भी बताते हैं कि इन तीन सालों में देश के अलग-अलग राज्यों में मिडडे मील खाने से 931 बच्चे बीमार हुए. इनमें सबसे ज़्यादा 259 बच्चे झारखंड में बीमार हुए. वहीं महाराष्ट्र में 201 और उत्तर प्रदेश में 154 बच्चों को मिडडे मील खिलाने के बाद अस्पतालों में भर्ती करवाना पड़ा.

इसी साल सितंबर में पूर्वी उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर में मिडडे मील में भ्रष्टाचार से जुड़ा एक मामला स्थानीय पत्रकार पवन जायसवाल ने उजागर किया था. तब पता चला था कि बच्चों को मेन्यू के हिसाब से मिडडे मील देने की बजाय नमक रोटी परोसा जा रहा है. हैरानी की बात यह है कि भ्रष्टाचार के इस मामले को उजागर करने पर योगी सरकार ने पत्रकार पर ही मुकदमा दर्ज कर लिया था.

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