गुजरात में बलात्कार के मामले 16 फीसदी बढ़े, दलित के साथ गैंगरेप पर उबाल
गुजरात में एक दलित लड़की के साथ अपहरण, बलात्कार और हत्या के बाद उसकी लाश एक पेड़ से लटका दी गई. इस सनसनीखेज़ वारदात में गुजरात पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं. दलित समुदाय का आरोप है कि अगर पुलिस ने फौरन कार्रवाई की होती तो इस वारदात को टाला जा सकता था.
गुजरात के मोदासा में 19 साल की एक दलित लड़की की किडनैपिंग के बाद गैंगरेप और हत्या से उबाल पैदा हो गया है. जगह-जगह लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और कैंडल मार्च निकालकर लड़की के साथ इंसाफ़ की मांग कर रहे हैं.
यह लड़की 31 दिसंबर को लापता हुई थी लेकिन गुजरात की मोदासा पुलिस ने प्रेम प्रसंग की आशंका जताते हुए एफ़आईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया था. इसके बाद 5 जनवरी को लड़की की लाश एक पेड़ से लटकती हुई मिली. इस वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हो गया है जिसमें चार लड़के दलित लड़की को अगवा करके जीप में बिठाते हुए दिख रहे हैं. पेड़ पर लटकी लाश देखने और पुलिस के रवैये से भड़क लोगों ने न सिर्फ स्थानीय पुलिस स्टेशन का घेराव किया बल्कि लाश लेने से भी मना कर दिया. दबाव बढ़ने के बाद गुजरात पुलिस ने चार लोगों बिमल भरवाड़, दर्शन भरवाड़, सतीश भरवाड़ और जिगर के ख़िलाफ़ अपहरण, गैंगरेप और हत्या की धाराओं में मुक़दमा दर्ज कर लिया है. घरवालों के मुताबिक किडनैपिंग के बाद लड़की के साथ गैंगरेप हुआ और ख़ुदकुशी दिखाने के लिए उसकी लाश को पेड़ से लटका दिया गया था. वीडियो देखिये गुजरात देश के उन राज्यों में शामिल है जहां बलात्कार जैसे गंभीर अपराध में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है. एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि साल 2018 में गुजरात में बलात्कार के मामलों में 16 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई जबकि देशभर में यह बढ़ोतरी 2.4 फ़ीसदी है. 2017 में गुजरात में बलात्कार के 477 मामले दर्ज हुए थे लेकिन 2018 में 16 फ़ीसदी उछाल के साथ यह आंकड़ा 553 पर पहुंच गया. इसी तरह बच्चों के साथ यौन शोषण के मामलों में गुजरात में 28 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है. 2017 में यह आंकड़ा 1671 था जो 2018 में बढ़कर 2127 हो गया.
यह लड़की 31 दिसंबर को लापता हुई थी लेकिन गुजरात की मोदासा पुलिस ने प्रेम प्रसंग की आशंका जताते हुए एफ़आईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया था. इसके बाद 5 जनवरी को लड़की की लाश एक पेड़ से लटकती हुई मिली. इस वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हो गया है जिसमें चार लड़के दलित लड़की को अगवा करके जीप में बिठाते हुए दिख रहे हैं. पेड़ पर लटकी लाश देखने और पुलिस के रवैये से भड़क लोगों ने न सिर्फ स्थानीय पुलिस स्टेशन का घेराव किया बल्कि लाश लेने से भी मना कर दिया. दबाव बढ़ने के बाद गुजरात पुलिस ने चार लोगों बिमल भरवाड़, दर्शन भरवाड़, सतीश भरवाड़ और जिगर के ख़िलाफ़ अपहरण, गैंगरेप और हत्या की धाराओं में मुक़दमा दर्ज कर लिया है. घरवालों के मुताबिक किडनैपिंग के बाद लड़की के साथ गैंगरेप हुआ और ख़ुदकुशी दिखाने के लिए उसकी लाश को पेड़ से लटका दिया गया था. वीडियो देखिये गुजरात देश के उन राज्यों में शामिल है जहां बलात्कार जैसे गंभीर अपराध में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है. एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि साल 2018 में गुजरात में बलात्कार के मामलों में 16 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई जबकि देशभर में यह बढ़ोतरी 2.4 फ़ीसदी है. 2017 में गुजरात में बलात्कार के 477 मामले दर्ज हुए थे लेकिन 2018 में 16 फ़ीसदी उछाल के साथ यह आंकड़ा 553 पर पहुंच गया. इसी तरह बच्चों के साथ यौन शोषण के मामलों में गुजरात में 28 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है. 2017 में यह आंकड़ा 1671 था जो 2018 में बढ़कर 2127 हो गया.
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