साउथ कोरिया: 72 दिनों बाद कोरोनावायरस का कोई मामला नहीं आया
कोरोनावायरस की महामारी के ख़िलाफ़ कारगर तरीक़े से निबटने वाले देश साउथ कोरिया में गुरुवार को संक्रमण का कोई मामला नहीं आया. 29 फरवरी के बाद ऐसा पहली बार हुआ जब देश के किसी भी हिस्से में कोरोना का मरीज़ नहीं मिला.
अपनी तैयारियों के चलते साउथ कोरिया इस क़दर आत्मविश्वास से भरा था कि संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच 15 अप्रैल को संसदीय चुनाव भी कराए. चुनाव आयोग ने वोटरों को मास्क और दास्ताने पहनकर पोलिंग बूथ पर आने के लिए कहा था. दिलचस्प यह रहा कि इस चुनाव में तीन दशक का वोटिंग प्रतिशत का रिकॉर्ड टूट गया और राष्ट्रपति मून जे इन की सत्ताधारी डेमोक्रेटिक पार्टी ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की. इस जीत को कोरोनावायरस से निबटने के लिए किए गए मून जे इन के कामों पर मुहर की तरह देखा गया. साउथ कोरिया में एक भी मामला सामने नहीं आने पर राष्ट्रपति मून जे इन ने फेसबुक पर पोस्ट भी शेयर की. उन्होंने लिखा कि 72 दिनों में पहली बार संक्रमण का एक भी मामला नहीं आया. पोलिंग स्टेशनों पर भी कोई संक्रमित नहीं हुआ. यह साउथ कोरिया और इसकी आवाम की ताक़त है. वीडियो देखिए
साउथ कोरिया उन देशों में शामिल था जहां चीन के बाद संक्रमण के सबसे ज़्यादा मामले मिले थे. मगर स्वास्थ्य सेवा के मज़बूत ढांचे, तैयारी और सतर्कता की बदौलत यह देश कोरोनावायरस को रोकने में कामयाब रहा. अब तक यहां 10 हज़ार 765 मामले सामने आए हैं जबकि मौत का आंकड़ा 247 है.#UPDATE South Korea reports zero new domestic #coronavirus caseshttps://t.co/Jkbfssd5Cg
— AFP news agency (@AFP) April 30, 2020
Jung Yeon-je pic.twitter.com/EXecxhz0Iz
अपनी तैयारियों के चलते साउथ कोरिया इस क़दर आत्मविश्वास से भरा था कि संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच 15 अप्रैल को संसदीय चुनाव भी कराए. चुनाव आयोग ने वोटरों को मास्क और दास्ताने पहनकर पोलिंग बूथ पर आने के लिए कहा था. दिलचस्प यह रहा कि इस चुनाव में तीन दशक का वोटिंग प्रतिशत का रिकॉर्ड टूट गया और राष्ट्रपति मून जे इन की सत्ताधारी डेमोक्रेटिक पार्टी ने भारी बहुमत से जीत दर्ज की. इस जीत को कोरोनावायरस से निबटने के लिए किए गए मून जे इन के कामों पर मुहर की तरह देखा गया. साउथ कोरिया में एक भी मामला सामने नहीं आने पर राष्ट्रपति मून जे इन ने फेसबुक पर पोस्ट भी शेयर की. उन्होंने लिखा कि 72 दिनों में पहली बार संक्रमण का एक भी मामला नहीं आया. पोलिंग स्टेशनों पर भी कोई संक्रमित नहीं हुआ. यह साउथ कोरिया और इसकी आवाम की ताक़त है. वीडियो देखिए
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