महाराष्ट्र में सरकार बनाने पर सस्पेंस बरक़रार, सुप्रीम कोर्ट कल सुबह सुनाएगा फैसला
महाराष्ट्र में सरकार बनाने पर सस्पेंस अभी तक बरक़रार है. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की याचिका पर सुनवाई के बाद सर्वोच्च अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया है. सुप्रीम कोर्ट अब मंगलवार सुबह 10.30 बजे फैसला सुनाएगा.
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की तरफ से पेश हुए तुषार मेहता ने कहा कि महाविकास अघाड़ी ने सूची में गड़बड़ी की है. इसपर एनसीपी की ओर से पेश हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि फ्लोर टेस्ट से पता चलेगा कि आप औंधे मुंह गिरेंगे, आप हारेंगे. एनसीपी की ओर से पेश हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि अगर दोनों पक्ष फ्लोर टेस्ट को तैयार हैं तो देरी क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर कुछ छिपाया जा रहा है तो फर्जीवाड़ा हुआ है. अजित पवार की चिट्ठी पूरी तरह से फर्जी है. अभिषेक मनु सिंघवी की तरफ से चिट्ठी को फ्रॉड बताने पर मुकुल रोहतगी भड़के और उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई. इस दौरान अभिषेक मनु सिंघवी ने 48 एनसीपी, 56 शिवसेना और 44 कांग्रेस विधायकों का समर्थन पत्र सौंपने की बात कही.
सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में तकरीबन दो घंटे तक तीखी बहस चली. महाराष्ट्र बीजेपी की तरफ से पेश हुए मुकुल रोहतगी ने कहा है कि राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट के लिए 14 दिन का वक्त दिया है. उन्होंने कहा कि प्रोटेम स्पीकर के बाद स्पीकर का चुनाव जरूरी है, लेकिन विपक्ष प्रोटेम स्पीकर से ही काम कराना चाहता है. मुकुल रोहतगी ने कहा कि अगले सात दिन में फ्लोर टेस्ट नहीं हो सकता है, कल भी फ्लोर टेस्ट का ऑर्डर ना दिया जाए.#MahaPoliticalTwist#maharashtracrisis#maharashtra pic.twitter.com/17BBr7CWa6
— GoNewsIndiaHindi (@GoNewsHindi) November 25, 2019
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की तरफ से पेश हुए तुषार मेहता ने कहा कि महाविकास अघाड़ी ने सूची में गड़बड़ी की है. इसपर एनसीपी की ओर से पेश हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि फ्लोर टेस्ट से पता चलेगा कि आप औंधे मुंह गिरेंगे, आप हारेंगे. एनसीपी की ओर से पेश हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि अगर दोनों पक्ष फ्लोर टेस्ट को तैयार हैं तो देरी क्यों हो रही है. उन्होंने कहा कि अगर कुछ छिपाया जा रहा है तो फर्जीवाड़ा हुआ है. अजित पवार की चिट्ठी पूरी तरह से फर्जी है. अभिषेक मनु सिंघवी की तरफ से चिट्ठी को फ्रॉड बताने पर मुकुल रोहतगी भड़के और उन्होंने कड़ी आपत्ति जताई. इस दौरान अभिषेक मनु सिंघवी ने 48 एनसीपी, 56 शिवसेना और 44 कांग्रेस विधायकों का समर्थन पत्र सौंपने की बात कही.
कांग्रेस की तरफ से पेश हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि 22 की रात को प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई जिसमें कांग्रेस-एनसीपी और शिवसेना ने सरकार बनाने की बात कही. सभी ने कहा कि उद्धव सीएम होंगे लेकिन सुबह 5 बजे ही फडणवीस सीएम बन गए. उन्होंने कहा कि ऐसी कौन-सी इमरजेंसी थी कि सुबह सवा 5 बजे राष्ट्रपति शासन हटाया गया और शपथ दिलवा दी गई. इस इमरजेंसी का खुलासा होना चाहिए.#mahapoliticaltwist#maharashtracrisis#maharashtra pic.twitter.com/KWDL2lGxMD
— GoNewsIndiaHindi (@GoNewsHindi) November 25, 2019
Latest Videos