कोरोना मरीज़ों के लिए बने रेलवे के आइसोलेशन कोच में पहला मरीज़ शिफ्ट
दिल्ली के शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर खड़े रेलवे के 50 आइसोलेशन कोच का इस्तेमाल शुरू हो गया है. बुधवार को यहां खड़े कोच में कोरोना का पहला मरीज़ शिफ्ट किया गया. पहले मरीज़ के शिफ्ट होने के बाद माना जा रहा है कि अब दिल्ली में 503 रेलवे कोचों में कोरोना मरीज़ों को शिफ्ट करने में तेज़ी आएगी. केंद्र सरकार ने 14 जून को यह फैसला किया था कि दिल्ली में कोरोना मरीज़ों के लिए रेलवे आइसोलेशन कोच तैयार करेगा.
इन आइसोलेशन कोच के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि गर्मी के चलते कोच भीतर से तप रहे हैं. इनके अंदर पंखे तो लगे हैं लेकिन खड़ी ट्रेन में सिर्फ पंखे की हवा से गर्मी दूर नहीं हो सकती. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने भी इन कोचों का निरीक्षण करने के बाद गर्मी का सवाल उठाया था. विशेषज्ञों का राय है कि अगर तपती गर्मी में मरीज़ों को रेलवे के कोच में शिफ्ट किया गया तो कोरोना संक्रमण से पहले उनकी मौत गर्मी से होने की आशंका है. हालांकि रेलवे का दावा है कि इन आइसोलेशन कोच को ठंडा करने का उपाय किया जा रहा है. राजधानी दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के 33 जगहों पर 372 आइसोलेशन कोच लगाए हैं. वहीं आंध्र प्रदेश में 20, तेलंगाना में 60 और मध्य प्रदेश में पांच आइसोलेशन कोच तैयार किए गए हैं. इन आइसोलेशन कोच में डॉक्टर और नर्सों की तैनाती राज्य सरकार की ज़िम्मेदारी है. केंद्र सरकार ने अप्रैल महीने में रेलवे में 20 हज़ार कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने का लक्ष्य रखा था. रेलवे का दावा है कि पांच हज़ार से ज़्यादा कोच तैयार किए जा चुके हैं.
फिलहाल नौ जगहों पर रेलवे के आइसोलेशन कोच बनाए गए हैं. इनमें शकूर बस्ती रेलवे स्टेशन पर 50, आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर 267, सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर 21, सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन पर 50, दिल्ली कैंट रेलवे स्टेशन पर 33, आदर्श नगर रेलवे स्टेशन पर 30, शाहदरा और तुगलकाबाद रेलवे स्टेशन पर 13-13 और पटेल नगर रेलवे स्टेशन पर 26 आइसोलेशन कोच बनाए गए हैं.First patient arrived at Shakur Basti COVID Care Center of Railways (in file pic) in New Delhi: Railway Minister Piyush Goyal pic.twitter.com/UFEqEQavrt
— ANI (@ANI) June 24, 2020
इन आइसोलेशन कोच के साथ सबसे बड़ी समस्या यह है कि गर्मी के चलते कोच भीतर से तप रहे हैं. इनके अंदर पंखे तो लगे हैं लेकिन खड़ी ट्रेन में सिर्फ पंखे की हवा से गर्मी दूर नहीं हो सकती. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने भी इन कोचों का निरीक्षण करने के बाद गर्मी का सवाल उठाया था. विशेषज्ञों का राय है कि अगर तपती गर्मी में मरीज़ों को रेलवे के कोच में शिफ्ट किया गया तो कोरोना संक्रमण से पहले उनकी मौत गर्मी से होने की आशंका है. हालांकि रेलवे का दावा है कि इन आइसोलेशन कोच को ठंडा करने का उपाय किया जा रहा है. राजधानी दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के 33 जगहों पर 372 आइसोलेशन कोच लगाए हैं. वहीं आंध्र प्रदेश में 20, तेलंगाना में 60 और मध्य प्रदेश में पांच आइसोलेशन कोच तैयार किए गए हैं. इन आइसोलेशन कोच में डॉक्टर और नर्सों की तैनाती राज्य सरकार की ज़िम्मेदारी है. केंद्र सरकार ने अप्रैल महीने में रेलवे में 20 हज़ार कोच को आइसोलेशन वार्ड में तब्दील करने का लक्ष्य रखा था. रेलवे का दावा है कि पांच हज़ार से ज़्यादा कोच तैयार किए जा चुके हैं.
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