फानी तूफान में तबाह भुवनेश्वर के नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क में लौटी रौनक़
फानी तूफान में बुरी तरह तबाह हुए भुवनेश्वर के मशहूर नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क को सैलानियों के लिए दोबारा खोल दिया गया है. इस पार्क में भालू, शेर, हाथी, चीता समेत तमाम जानवर घूमते नज़र आ रहे हैं जिन्हें देखने के लिए बड़ी तादाद में सैलानी भी पहुंच रहे हैं.
पिछले साल अप्रैल में आए तूफ़ान फणि में ओडिशा का एक मात्र ज़ूलॉजिकल पार्क नंदनकानन तबाह हो गया था लेकिन 10 महीने की कड़ी मेहनत के बाद यहां रौनक़ दोबारा लौट आई है. इस पार्क में शेर, भालू, चीता समेत 3,000 से ज़्यादा जानवर हैं जिन्हें देखने के लिए दूरदराज़ से लोग पहुंच रहे हैं. बीते इतवार को भी यहां बड़ी तादाद में सैलानी पहुंचे.
वीडियो देखिये भुवनेश्वर स्थित नंदकानन ज़ूलॉजिकल पार्क ओडिशा का सबसे बड़ा चिड़ियाघर है. यहां जंगली मुर्गी, मोर के अलावा बाघ, शेर, चीता, भालू, हाथी और मगरमछ देखने के लिए सैलानी ख़ासतौर पर आते हैं. सैलानियों के लिए जंगल सफारी का भी इंतज़ाम है. इस चिड़ियाघर में कांजिआ झील भी है जहाँ लोग बोटिंग करते हैं और पानी में रहने वाले पक्षी भी दिख जाते हैं. ओडिशा सरकार के मुताबिक तूफान फणि में इस चिड़ियाघर में करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ था. कड़ी मेहनत के बाद इसे सैलानियों के लिए दोबारा खोला गया है लेकिन इस चिड़ियाघर को अपना ग्रीन कवर वापस पाने के लिए कम से कम 20 साल लग जाएंगे।
वीडियो देखिये भुवनेश्वर स्थित नंदकानन ज़ूलॉजिकल पार्क ओडिशा का सबसे बड़ा चिड़ियाघर है. यहां जंगली मुर्गी, मोर के अलावा बाघ, शेर, चीता, भालू, हाथी और मगरमछ देखने के लिए सैलानी ख़ासतौर पर आते हैं. सैलानियों के लिए जंगल सफारी का भी इंतज़ाम है. इस चिड़ियाघर में कांजिआ झील भी है जहाँ लोग बोटिंग करते हैं और पानी में रहने वाले पक्षी भी दिख जाते हैं. ओडिशा सरकार के मुताबिक तूफान फणि में इस चिड़ियाघर में करोड़ों रुपयों का नुकसान हुआ था. कड़ी मेहनत के बाद इसे सैलानियों के लिए दोबारा खोला गया है लेकिन इस चिड़ियाघर को अपना ग्रीन कवर वापस पाने के लिए कम से कम 20 साल लग जाएंगे।
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