भारत की वजह से घट रही है दुनिया की अर्थव्यवस्था- गीता गोपीनाथ
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने वैश्विक मंदी के लिए संकट में फंसी भारत की अर्थव्यवस्था को ज़िम्मेदार ठहराया है. गीता गोपीनाथ के इस दावे ने केंद्र सरकार की हवा निकाल दी है जो पटरी से उतर गई अर्थव्यवस्था के लिए वैश्विक मंदी को ज़िम्मेदार ठहराती थी. आईएमएफ ने साल 2019 में भारत के आर्थिक विकास दर का अनुमान भी घटाकर 4.8 फ़ीसदी कर दिया है.
केंद्र सरकार की लचर आर्थिक नीतियों के चलते देश की अर्थव्यवस्था मंदी की गिरफ़्त में है और गृह मंत्री अमित शाह समेत पूरी बीजेपी अपनी नाकामियों का ठीकरा खुलेआम वैश्विक सुस्ती पर फोड़ती है. लेकिन अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी आईएमएफ की मुख्य अर्थशास्त्री गीता गोपीनाथ ने मोदी सरकार के इन दावों को ख़ारिज कर दिया है. उन्होंने दावा किया कि भारत में कमज़ोर होते नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन और ग्रामीण क्षेत्रों में घटती आमदनी की वजह से पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है। गीता गोपीनाथ ने वैश्विक मंदी के लिए भारत को सबसे बड़ा कारण क़रार दिया है.
इसके साथ-साथ आईएमएफ ने वर्ष 2019 के लिए भारत की आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटाकर 4.8 फ़ीसदी कर दिया है. दूसरी ओर 2020 में चीन की आर्थिक विकास दर में 0.2 से 0.6 फीसदी की बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया है. इसके वजह उन्होंने चीन-अमेरिका के बीच हुई ट्रेड डील के पहला फेज को बताया है. गीता गोपीनाथ के इस बयान ने गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान की हवा निकल दी है कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती टेंपररी है और भारत जल्द ही इसकी गिरफ्त से बाहर निकल जाएगा. गीता गोपीनाथ ने ये भी कहा कि साल 2020 में वैश्विक विकास दर में तेज़ी का आना अभी स्पष्ट नहीं है. इसके लिए उन्होंने सीधेतौर पर भारत के साथ-साथ मैक्सिको और ब्राज़ील जैसी अन्य विकासशील अर्थव्यस्थाओं को ज़िम्मेदार ठहराया है जिन्होंने उम्मीद से कम प्रदर्शन किया है।
भारत की वजह से घट रही है दुनिया की अर्थव्यवस्था: @GitaGopinath @IMF_India @wef #IndianEconomy #EconomicCrisis #GlobalEconomy
— GoNewsIndiaHindi (@GoNewsHindi) January 21, 2020
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इसके साथ-साथ आईएमएफ ने वर्ष 2019 के लिए भारत की आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटाकर 4.8 फ़ीसदी कर दिया है. दूसरी ओर 2020 में चीन की आर्थिक विकास दर में 0.2 से 0.6 फीसदी की बढ़ोत्तरी का अनुमान लगाया है. इसके वजह उन्होंने चीन-अमेरिका के बीच हुई ट्रेड डील के पहला फेज को बताया है. गीता गोपीनाथ के इस बयान ने गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान की हवा निकल दी है कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती टेंपररी है और भारत जल्द ही इसकी गिरफ्त से बाहर निकल जाएगा. गीता गोपीनाथ ने ये भी कहा कि साल 2020 में वैश्विक विकास दर में तेज़ी का आना अभी स्पष्ट नहीं है. इसके लिए उन्होंने सीधेतौर पर भारत के साथ-साथ मैक्सिको और ब्राज़ील जैसी अन्य विकासशील अर्थव्यस्थाओं को ज़िम्मेदार ठहराया है जिन्होंने उम्मीद से कम प्रदर्शन किया है।
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